बालिका ७वीं कक्षा तक पढ़ी और कोरोना में पढ़ाई रुक गई। वह आगे भी पढऩा चाहती है, जबकि परिजन शादी करवाना चाह रहे थे, जो उसे पसंद नहीं था। इस पर बाल आयोग के नम्बर लेते हुए चेट कर सूचना दी। उसने अपनी शादी का कार्ड भी भेजा था।
संगीता बेनीवाल, अध्यक्ष, बाल आयोग
संगीता बेनीवाल, अध्यक्ष, बाल आयोग