वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार डामर सडक़ से वंचित 500 से अधिक आबादी वाले जिले के 29 गांवों को मुख्य सडक़ों से जोड़ा जाएगा। इस पर 35 करोड़ 47 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
यहां सडक़ें बनाना प्रस्तावित
इन गांवों में करीब 80 किमी. लम्बी सडक़ें बनाई जाएंगी। ये सडक़ें सलूम्बर, झल्लारा, क ोटड़ा, फलासिया, सेमारी, मावली, कुराबड़, सराड़ा व गिर्वा में बनाया जाना प्रस्तावित है। प्रस्ताव किए तैयार
pradhanmantri gramin sadak yojna प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तृतीय चरण में जिले में करीब 450 किमी.लम्बी सडक़ों के नवीनीकरण और सुदृढ़ीकरण के प्रस्ताव तैयार किए गए है। इस पर करीब 90 करोड़ का खर्च आएगा। ये प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भिजवाए जाएंगे। इसी तरह नाबार्ड योजना के तहत 94 सडक़ों के नवीनीकरण के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवा दिए है। इसमें 43.37 करोड़ की लागत से 275 किमी. लम्बी सडक़ें बनाई जाएंगी।
इन गांवों में करीब 80 किमी. लम्बी सडक़ें बनाई जाएंगी। ये सडक़ें सलूम्बर, झल्लारा, क ोटड़ा, फलासिया, सेमारी, मावली, कुराबड़, सराड़ा व गिर्वा में बनाया जाना प्रस्तावित है। प्रस्ताव किए तैयार
pradhanmantri gramin sadak yojna प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तृतीय चरण में जिले में करीब 450 किमी.लम्बी सडक़ों के नवीनीकरण और सुदृढ़ीकरण के प्रस्ताव तैयार किए गए है। इस पर करीब 90 करोड़ का खर्च आएगा। ये प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भिजवाए जाएंगे। इसी तरह नाबार्ड योजना के तहत 94 सडक़ों के नवीनीकरण के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवा दिए है। इसमें 43.37 करोड़ की लागत से 275 किमी. लम्बी सडक़ें बनाई जाएंगी।
निविदा प्रक्रिया जारी
मंजूर हुई सडक़ों की निविदा निकालने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद कार्यादेश जारी कर दिए जाएंगे। सभी सडक़ों और ग्रामीण विकास पथ के निर्माण का कार्य जनवरी तक शुरू कर दिया जाएगा।
मंजूर हुई सडक़ों की निविदा निकालने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद कार्यादेश जारी कर दिए जाएंगे। सभी सडक़ों और ग्रामीण विकास पथ के निर्माण का कार्य जनवरी तक शुरू कर दिया जाएगा।
-अशोक कुमार शर्मा, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग