उदयपुर

अब गांवों में गौरव नहीं, बनेंगे विकास पथ, सरकार ने बदला गौरव पथ का नाम

pradhanmantri gramin sadak yojna प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के प्रस्ताव, वंचित 29 गांव सडक़ों से जुड़ेंगे

उदयपुरDec 16, 2019 / 01:39 pm

madhulika singh

gaurav path

मानवेंद्रसिंह राठौड़/उदयपुर. सरकार ने गांवों में बनाए जाने वाले गौरव पथों का नाम बदलकर ग्रामीण विकास पथ कर दिया है। इसके पीछे सरकार की मंशा है कि गांवों में भी शहरों की तर्ज पर चमचमाती पक्की और मजबूत सीमेंटेड सडक़ें हो। पहले चरण में बड़ी पंचायतों को इसमें शामिल किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक विधानसभा की अलग-अलग छह पंचायतों में पौने पांच करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। वहीं सडक़ों से वंचित पांच सौ से अधिक आबादी वाले 29 गांवों को पहले चरण में मुख्य सडक़ों से जोडऩे के लिए 35.47 करोड़ रुपए मंजूर हुए है। उदयपुर शहर व ग्रामीण विधानसभा को छोड़ जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों की छह बड़ी ग्राम पंचायतों में पहले चरण में 4 करोड़ 70 लाख 19 हजार की लागत से ग्रामीण विकास पथ का निर्माण कराया जाएगा। उदयपुर ग्रामीण विधानसभा से प्रस्ताव विभाग के पास नहीं आए है। जिले की इन बड़ी ग्राम पंचायतों में गांव के बीच से निकलने वाली सडक़ों पर सीमेंट की मोटाई वाले ब्लॉक लगाए जाएंगे ताकि सडक़ें मजबूत हो और भारी वाहन गुजरने के दौरान टूटने की आशंका नहीं हो। प्रत्येक ग्राम पंचायत में 5.75 किमी.की सीमेंट ब्लॉक की सडक़ें बनेंगी। इन सडक़ों पर 80-80 लाख रुपए का खर्च आएगा। सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुताबिक खेरवाड़ा उपखंड के ऋषभदेव पंचायत मुख्यालय पर सोमावत सडक़, झाड़ोल में कोटड़ा उपखण्ड कार्यालय से गांधी सरण, मावली में मावली उपखण्ड मुख्यालय पर स्टेट हाइव-9 से वल्लभनगर एनएच-162 ई तक, सलूम्बर में खोलड़ी-कराकला सडक़ सरणी नदी से स्कूल मुख्य गांव अमलोदा, वल्लभनगर में उपखण्ड मुख्यालय पर गुमानपुरा चौराहा से डांगियों का चौराहा एवं गोगुंदा में गोगरूद पंचायत में देवला-सुलाव क ागवास तक 1 किमी. लम्बी सडक़ें बनाई जाएंगी। इन सडक़ ों की चौड़ाई साढ़े पांच मीटर होगी और दोनों ओर नालियां बनाई जाएंगी।
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार डामर सडक़ से वंचित 500 से अधिक आबादी वाले जिले के 29 गांवों को मुख्य सडक़ों से जोड़ा जाएगा। इस पर 35 करोड़ 47 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
यहां सडक़ें बनाना प्रस्तावित
इन गांवों में करीब 80 किमी. लम्बी सडक़ें बनाई जाएंगी। ये सडक़ें सलूम्बर, झल्लारा, क ोटड़ा, फलासिया, सेमारी, मावली, कुराबड़, सराड़ा व गिर्वा में बनाया जाना प्रस्तावित है।

प्रस्ताव किए तैयार
pradhanmantri gramin sadak yojna प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तृतीय चरण में जिले में करीब 450 किमी.लम्बी सडक़ों के नवीनीकरण और सुदृढ़ीकरण के प्रस्ताव तैयार किए गए है। इस पर करीब 90 करोड़ का खर्च आएगा। ये प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भिजवाए जाएंगे। इसी तरह नाबार्ड योजना के तहत 94 सडक़ों के नवीनीकरण के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवा दिए है। इसमें 43.37 करोड़ की लागत से 275 किमी. लम्बी सडक़ें बनाई जाएंगी।
निविदा प्रक्रिया जारी
मंजूर हुई सडक़ों की निविदा निकालने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद कार्यादेश जारी कर दिए जाएंगे। सभी सडक़ों और ग्रामीण विकास पथ के निर्माण का कार्य जनवरी तक शुरू कर दिया जाएगा।
-अशोक कुमार शर्मा, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग

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