भूपेश शुक्रवार को यहां जिला परिषद सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं एवं बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव प्रयासरत है, और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य मंत्री ने गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं के पोषण व स्वास्थ्य को लेकर विभागीय स्तर पर विशेष प्रयास करने एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से उनके सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करें। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनियों के रिक्त पदों को भरने की बात कही।
बैठक में जिला रसद अधिकारी ज्योति ककवानी ने जिला कलक्टर आनंदी की पहल ‘चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो’ अभियान की प्रगति के बारे में जानकारी दी। राज्य मंत्री नेबांसवाड़ा-डूंगरपुर की समितियों को बुलाने, आंगनवाड़ी केन्द्रों के भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटन संबंधित प्रकरणों को निस्तारित करने के लिए निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, जिला परिषद के सीईओ कमर चौधरी, नगर निगम आयुक्त अंकित कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक महावीर खराड़ी सहित संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।