अस्पताल में नहींं इनकी सुविधा, मरीज हो रहे हैं परेशान
उदयपुरPublished: Jul 19, 2019 07:36:54 pm
उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्टॉफ का टोटा है, जबकि 30 किमी दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बेहतर सुविधा है।
हे भगवान! अस्पताल में नहीं मिला एक भी डॉक्टर, 2 घंटे दर्द से तड़पता रहा मरीज, इंतजार में चली गई जान
लसाडिय़ा. उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्टॉफ का टोटा है, जबकि 30 किमी दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बेहतर सुविधा है। जबकि लसाडिय़ा में तहसील, उपखण्ड,पंचात समिति होते हुए भी इस समस्या से ग्रामीण पेरशान हो रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बेड कम होने से एक बेड पर दो- दो मरीजों को लेटाकर इलाज किया जा रहा है। सीएचसी पर एक माह में 100 से 120 प्रसव होते हैं व ओपीडी में 100 से 150 संख्या रहती है। ओपीडी में मात्र 10 बेड होने से कभी कभार तो मरीज को बाहर इलाज करना पड़ता है। डिलेवरी रूम में भी 6 बेड ही है। जिससे महिलाओं को परेशानी हो रही है। सीएचसी पर डॉक्टर के पांच, नर्सिंग प्रथम दो, नर्सिंग द्वितीय के 4, लेब टेक्निशीयन का एक, दवाई हेल्पर एक पद रिक्त होने से मरीजों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। सीएचसी पर दो डॉक्टर एवं तीन नर्सिंगकर्मियों की ओर से ड्यूटी दी जा रही है। अकेले नर्सिंग कर्मी को पर्ची बनाने, इन्जेक्शन लगाने, प्रसव इमरजेन्सी केस आदि देखने पड़ते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दिनों जिला कलक्टर के दौरे के दौरान उन्हें समस्या से अवगत करा स्टॉफ लागने की मांग की थी। लेकिन मांग पूरी नहीं हुई।