यह कोई सरकारी पार्किंग नहीं है। समोरबाग के सामने गुलाबबाग के गेट के अंदर दोनों तरफ टैक्सी वाहनों की पार्किंग नियमित होती है। जलदाय विभाग के दफ्तर के ठीक बाहर बाग की इस जमीन को टैक्सी स्टैंड बना दिया है।
यह कोई सरकारी पार्किंग नहीं है। समोरबाग के सामने गुलाबबाग के गेट के अंदर दोनों तरफ टैक्सी वाहनों की पार्किंग नियमित होती है। जलदाय विभाग के दफ्तर के ठीक बाहर बाग की इस जमीन को टैक्सी स्टैंड बना दिया है।
यह कोई सरकारी पार्किंग नहीं है। समोरबाग के सामने गुलाबबाग के गेट के अंदर दोनों तरफ टैक्सी वाहनों की पार्किंग नियमित होती है। जलदाय विभाग के दफ्तर के ठीक बाहर बाग की इस जमीन को टैक्सी स्टैंड बना दिया है।
यह परिसर हर समय टैक्सी की पार्किंग से घिरा रहता है। बता दें कि इस जमीन का मालिक तो सार्वजनिक निर्माण विभाग है, लेकिन अनुबंध के आधार पर अभी यह संपति नगर निगम के पास है और वही इसका रखरखाव कर रहा है। बड़ी बात यह है कि नगर निगम ने अभी तक इस अवैध पार्किंग पर कभी नजरें नहीं डाली और न कार्रवाई की।
यह परिसर हर समय टैक्सी की पार्किंग से घिरा रहता है। बता दें कि इस जमीन का मालिक तो सार्वजनिक निर्माण विभाग है, लेकिन अनुबंध के आधार पर अभी यह संपति नगर निगम के पास है और वही इसका रखरखाव कर रहा है। बड़ी बात यह है कि नगर निगम ने अभी तक इस अवैध पार्किंग पर कभी नजरें नहीं डाली और न कार्रवाई की।
यह परिसर हर समय टैक्सी की पार्किंग से घिरा रहता है। बता दें कि इस जमीन का मालिक तो सार्वजनिक निर्माण विभाग है, लेकिन अनुबंध के आधार पर अभी यह संपति नगर निगम के पास है और वही इसका रखरखाव कर रहा है। बड़ी बात यह है कि नगर निगम ने अभी तक इस अवैध पार्किंग पर कभी नजरें नहीं डाली और न कार्रवाई की।
यह परिसर हर समय टैक्सी की पार्किंग से घिरा रहता है। बता दें कि इस जमीन का मालिक तो सार्वजनिक निर्माण विभाग है, लेकिन अनुबंध के आधार पर अभी यह संपति नगर निगम के पास है और वही इसका रखरखाव कर रहा है। बड़ी बात यह है कि नगर निगम ने अभी तक इस अवैध पार्किंग पर कभी नजरें नहीं डाली और न कार्रवाई की।