scriptहेरिटेज संरक्षण पर फिर कानून लाएगी सरकार | Government will bring law on heritage protection | Patrika News

हेरिटेज संरक्षण पर फिर कानून लाएगी सरकार

locationउदयपुरPublished: Jun 25, 2018 02:18:47 am

Submitted by:

Manish Kumar Joshi

धरोहरों के लिए अलग कानून की घोषणा, इसी सरकार ने 2015 में पारित किया था विरासत संरक्षण का कानून

government-will-bring-law-on-heritage-protection

हेरिटेज संरक्षण पर फिर कानून लाएगी सरकार

उदयपुर . सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने कहा कि राजस्थान अपने पुरातात्विक महत्व के किले, महल और हवेलियों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। राज्य सरकार इनके संरक्षण के लिए अलग से कानून बनाने पर विचार कर रही है। मंत्री ने यह बात रविवार को इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस (आइबीसी) की कार्यशाला के समापन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि पुरातन सभ्यता और संस्कृ ति हमारे देश की पहचान है जिसे कायम रखना हमारा दायित्व है।
उदयपुर चैप्टर की घोषणा, भेजेंगे सुझाव

राष्ट्रीय सचिव प्रदीप मित्तल ने उदयपुर चैप्टर बनाने की घोषणा की। अनिल शर्मा को चैप्टर का चेयरमैन बनाया गया। मित्तल ने कहा कि दो दिवसीय कार्यशाला में 26 पेपर प्रजेंटेशन हुए। प्रतिभागियों ने धरोहर संरक्षण को लेकर कई सुझाव दिए, जिसकी फाइल सरकार को भेजी जाएगी। उदयपुर चैप्टर के तहत श्रमिकों, अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सरकार को नई तकनीकी के बारे में बताएंगे।
नए कानून की जरूरत क्यूं

मंत्री ने एेतिहासिक धरोहरों के लिए अलग कानून की बात कही, जबकि इसी सरकार के कार्यकाल में 2015 में विरासत संरक्षण का कानून पारित हो चुका है। राज्य सरकार ने धरोहर संरक्षण और प्रोन्नति प्राधिकरण की स्थापना कर इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। एेसे में अलग से कानून बनाने की जरूरत क्या है या फिर प्राधिकरण अपने उद्देश्यों में अपेक्षित सफलता नहीं प्राप्त कर सका था, जिसे सरकार छुपाना चाहती है।

यह है राजस्थान विरासत संरक्षण अधिनियम
राज्य सरकार ने 2015 में राजस्थान विरासत संरक्षण अधिनियम पारित किया था। इसके तहत गठित प्राधिकरण का कार्य राज्य सरकार को विरासत आस्तियों के प्रवर्गों और वर्गों की सिफारिश करना, संरक्षित विरासत की घोषणा करना, विरासत उपविधियों का अनुमोदन करना, राज्य विरासत सरंक्षण नीति तैयार करना व सरकार से इसकी सिफारिश करना, विरासत संरक्षण योजना का अनुमोदन करना था।
पायलट बताए उनका नेता कौन है?

सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने कहा कि कांग्रेस को इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष कौन होगा? पायलट यह बताएं कि उनका नेता कौन होगा ? वे खुद हैं, सीपी जोशी या अशोक गहलोत। उनको अपनी पार्टी के अंदरूनी हालात पर चिंता करनी चाहिए। यूनुस खान ने यह बात रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कही। वे इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस की कार्यशाला के समापन समारोह में आए थे। उन्होंने कहा कि यह हमारा आंतरिक मामला है। जब भी केन्द्रीय नेतृत्व तय करेगा, हमारा अध्यक्ष बन जाएगा। भाजपा में सामूहिक नेतृत्व चलता है। बरसों से कांग्रेस की तरह यहां एक परिवार पार्टी नहीं चलाता है। हमारे केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया है, हम वसुंधरा राजे के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। जम्मू-कश्मीर पर गुलाब नबी आजाद के विवादास्पद बयान पर उन्होंने कहा कि जिम्मेदार व्यक्तियों को सोच समझ कर बयान देना चाहिए, उनका बयान निन्दनीय है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो