scriptसिर्फ इतनी सी वजह से उदयपुर में यहां बेकार हो रहे सवा करोड़ रुपए | GSS Incomplete from 6 years | Patrika News

सिर्फ इतनी सी वजह से उदयपुर में यहां बेकार हो रहे सवा करोड़ रुपए

locationउदयपुरPublished: Jun 02, 2018 09:34:24 am

Submitted by:

Pankaj

पांच पंचायतों का मसला, दो खंभों के बीच अटका 17 किमी लाइन का भविष्य

gss-incomplete-from-6-years

सवा करोड़ खर्च, 6 साल से अधूरा जीएसएस

हंसराज सरणोत. फलासिया. बोरिया जीएसएस, जो 6 साल पहले बनना शुरू हुआ था। इसके निर्माण और विद्युत लाइनें डालने के काम में सवा करोड़ खर्च हो चुके हैं। इसके बावजूद जीएसएस अधूरा है। अभी तक शुरू नहीं किया गया। वजह 17 किलोमीटर लंबी विद्युत लाइन के बीच महज दो खंभों को नहीं जोड़ा जाना है। फलासिया पंचायत समिति मुख्यालय सहित लगभग आधा दर्जन पंचायतों की बीस हजार से ज्यादा आबादी की सुविधा में रुकावट 23 परिवारों की ओर से है। निर्माण कार्य की शुरुआत में ठेकेदार की लापरवाही के चलते बरसाती नालों में भी खंभे खड़े कर देने से काम अटक गया था, वहीं बाद में पंचायत समिति मुख्यालय से गुजरने वाली लाईन के आसपास के प्रभावशाली लोगों के दबाव में इस लाइन को कई बार मोड़ दिया गया। जिससे कार्य अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है। स्थानीय ब्लॉक अधिकारी से लेकर जिला मुख्यालय के अधिकारी भी योजना की वास्तविक स्थिति नहीं बता पा रहे हैं। वर्ष २०१२ में बोरिया में सब ग्रिड स्टेशन स्वीकृत हुआ था। स्वीकृति के अगले वर्ष ही निगम की ओर से टेण्डर जारी हुए और काम भी शुरू हो गया। जल्दबाजी में ठेकेदार ने बिना प्लान के खंभे खड़े कर दिए। उसी साल भारी बरसात से ज्यादातर खंभे गिर गए। दुबारा लाइन डालने का कार्य हुआ, लेकिन विलंब के चलते आसपास के ग्रामीणों ने बिजली लाइन के नीचे ही मकान बना लिए। अब स्थिति ये है कि निगम ना तो अधूरी लाइन पूरी कर रहा है और ना ही लोगों के कार्रवाई हो रही है।
पांच पंचायतों का भविष्य
निर्माण शुरू करने से पूर्व विभाग की ओर से तैयारी नहीं की गई। ना ही सर्वे किया गया। बिछीवाड़ा से फलासिया के बीच जहां विवाद हुआ ठेकेदार ने लाइन को मोड़ दे दिया। इसी अवधि में एक निजी स्कूल सहित कुछ जमीन मालिकों ने मकान बना लिए। कुल 23 जमीन मालिकों की आपत्तियों से काम रुका है। खामियाजा सडा, सिगरी, आमलिया, फलासिया व बिछीवाड़ा की बीस हजार से ज्यादा आबादी भुगत रही है।
पिछले महीने हमने प्रभावित जमीन मालिकों से समझाइश की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। निगम की ओर से जमीन मालिकों को नोटिस दिए गए हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि समझाइश करें तो जीएसएस प्रारंभ हो पाए।
अशोक कुमार झा, अधिशाषी अभियंता, एवीवीएनएल उदयपुर
ये होता फायदा
– फलासिया में 24 घण्टे थ्री फेस विद्युत आपूर्ति।
– सडा, सिगरी, आमलिया को बाबलवाड़ा के बजाय नई लाइन से बिजली मिलती। अभी काफी रुकावटें हैं।
– वर्तमान में बीस किलोमीटर लाइन होने से फाल्ट निकालना में मुश्किल। एक फाल्ट के चक्कर में पूरी लाइन बंद करनी पड़ती है।
– थ्री फेस सप्लाई फलासिया को पर्याप्त जलापूर्ति मिल पाती।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो