अस्तित्व खो रहा हनुमान सागर तालाब
उदयपुरPublished: Apr 14, 2021 07:02:24 pm
समाज कंटकों ने तोड़ दी थी पालवर्षों बाद भी कोई नहीं ले रहा सुध
अस्तित्व खो रहा हनुमान सागर तालाब
मूंगाणा. (उदयपुर).साठ वर्ष पूर्व निर्मित हनुमान सागर तालाब अपना अस्तित्व खो रहा है। ५ मीटर भराव क्षमता व ३५ बीघा क्षेत्रफ ल में फ ैले तालाब की पाल अज्ञात लोगों ने वर्षों पहले तोड़ दी थी। जबसे यह वर्ष भर रीता ही रहता है। पाल निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने विधायक, प्रतापगढ जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन योजना के अंतर्गत निर्माण के लिए लिखित में अवगत कराया था। समय समय पर उपखंड के अधिकारियों को बताया लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। गत वर्ष बारिश के दौरान पाल का क्षतिग्रस्त हिस्सा तेज बहाव के साथ बह निकला। तालाब सूखने से लोगों ने पेटे की जमीन पर खेती शुरू कर दी। गौरतलब है कि तालाब के पास हनुमानजी की प्राचीन प्रतिमा स्थापित होने से इसका नाम हनुमान सागर पडा। तालाब सूखने और आस पास कोई नदी नाला नहीं होने से जल स्तर काफ ी नीचे चला गया है।
संवत २०१० से पहले राजस्व रिकॉर्ड में तालाब बता रखा है। कुछ प्रभावशाली लोगों ने तालाब की जमीन का एलोटमेंट तक करा लिया है। इसलिए तालाब की टूटी पाल का निर्माण कराने मे दिक्कत हो रही है। तालाब की पाल का निर्माण व सौन्दर्यीकरण होना चाहिए।
चंपादेवी मीणा,
सरपंच ग्राम पंचायत मूंगाणा