अपराह्न ४.१५ बजे रिमझिम फुहारों गिरने से मेले में आए कई लोगों ने अपने छाते खोल दिए लेकिन कई मेलार्थियों ने रिमझिम में भीगने का मजा लिया। पाल पर पश्चिम क्ष्ेात्र सांस्कृतिक केन्द्र के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मेलार्थियों का मनोरंजन किया। सुहाने मौसम में लोगों ने आइसक्रीम, गरमा गर्म पकौड़ी, पानी पूडी आदि व्यंजनों का लुत्फ लिया।
मेले में सौन्दर्य प्रसाधनों और आर्टिफिशल ज्वैलरी की स्टॉल्स पर महिलाओं की खासी भीड़ रही। अधिकतर लोगों ने मेले में लगी सौन्दर्य प्रसाधनों, आर्टिफिशल ज्वैलरी, कपडे़ आदि की जमकर खरीदारी की। मेले में देशी-विदेशी पर्यटक भी पहुंचे।
कई मेलार्थियों की जेबें कटी। मेले में जेबकतारें भी सक्रिय रहे। मेले में लोगों की जेबों से मोबाइल व पर्स भी पार हो गए। गुम हुए बच्चों को मिलाया परिजनों से नगर निगम ने जिला व पुलिस प्रशासन की सहायता से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए। मेले में बिछड़े बच्चों को फि र से परिजनों से मिलाया गया। निगम कर्मचारियों ने बच्चे के साथ परिजन का फ ोटो लेकर उन्हें सुपुर्द किया।
आज सिर्फ महिलाओं का मेला
महापौर चंद्रसिंह कोठारी ने बताया कि हरियाली अमावस्या का मेला पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है। मेले के दूसरे दिन लगने वाला महिलाओं के मेले में यहां विश्व में सबसे ज्यादा संख्या में महिलाएं एक साथ यही एकत्र होती है। एेसे में निगम इस मेले को विश्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए आवेदन करेगा।