रूस में मॉस्को में पिछले एक माह से भीषण सर्दी चल रही है। तापमान माइनस में होने से चारों ओर बर्फ ही बर्फ हो रही है। मास्को स्थित भारतीय दूतावास से शनिवार को नई दिल्ली से चर्मेश शर्मा ने बातचीत की तो दोपहर में तापमान माइनस तीन डिग्री बताया गया। रूस में माइनस में तापमान होने में लगातार बर्फ जमी रहने से उम्मीद है कि हितेंद्र का शव सही स्थिति में आ सकता है, जिससे परिजन आसानी से पहचान सकेंगे।
उठ गया भरोसा
हितेंद्र की पुत्री उर्वशी ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि सब कुछ अच्छा हो, लेकिन 17 जुलाई को पिता की मौत के बाद जिस तरह की संवेदनहीनता केंद्र सरकार ने दिखाई है, उससे लगता है कि सरकार हमारे साथ आगे भी धोखा कर सकती है। हाईकोर्ट में सरकार ने पिता को रूस में दफनाने की गलती छिपाने के लिए परिवार पर ही शव नहीं लेने का आरोप लगाया, उससे सरकार से भरोसा उठ गया है।
अब कल से करेंगे अनशन नई दिल्ली में सरकार ने शनिवार-रविवार का लॉकडाउन घोषित किया है। ऐसे में परिजनों की ओर से पूर्व में 16 जनवरी से घोषित आमरण अनशन अब सोमवार से होगा। हितेंद्र की पत्नी आशा, पुत्री उर्वशी, पुत्र पीयूष व मोहनलाल ने अनशन की घोषणा की है, वहीं कांग्रेस के प्रवासी सहायता प्रभारी चर्मेश शर्मा भी परिवार के साथ अनशन पर रहेंगे।