यह था सरकार का घोषणा पत्र
एनआरएचएम व एनयूएचएम संविदाकर्मियों, पैराटीचर्स, उर्दू पैरा टीचर, लोक जुम्बिशकर्मियों, आंगनबाड़ीकर्मियों, शिक्षाकर्मियों, विद्यार्थी मित्र, पंचायत सहायक का समाधान कर नियमित किया जाएगा। READ MORE : हो जाइए तैयार, उदयपुर में इन तारीखों पर होने जा रहे हैं यह बड़े कन्सर्ट, आएंगे नामचीन कलाकार …
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यह है पक्ष में, पर परेशानी
-मुख्यालय से अब तक जितने पत्र जारी हुए, उनमें संविदाकर्मियों का तो नाम है, लेकिन इसमें कहीं भी एड्स या एचआईवी का जिक्र नहीं।
-प्रदेश में 63 हजार एड्स रोगी हैं। इनकी नियमित जांच से लेकर काउंसलिंग व अन्य कार्य यह संविदाकर्मी कर रहे हैं।
-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की परियोजना निदेशक प्रीति माथुर ने 11 जनवरी को सभी स्टेट नोडल अधिकारियों से इन संविदाकर्मियों की जानकारी मांगी है।
-8 जनवरी को मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने की। इसमें संविदाकर्मियों की संख्या एवं ये किस-किस स्कीम में लगे हैं, इस पर चर्चा हुई।
-संविदाकर्मियों को स्थायी पदों पर समायोजित किया जाए तो कितना वित्तीय भार पडेग़ा।
-मानदेय बढ़ाने को लेकर वित्त विभाग का मत।
-मुख्यालय से अब तक जितने पत्र जारी हुए, उनमें संविदाकर्मियों का तो नाम है, लेकिन इसमें कहीं भी एड्स या एचआईवी का जिक्र नहीं।
-प्रदेश में 63 हजार एड्स रोगी हैं। इनकी नियमित जांच से लेकर काउंसलिंग व अन्य कार्य यह संविदाकर्मी कर रहे हैं।
-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की परियोजना निदेशक प्रीति माथुर ने 11 जनवरी को सभी स्टेट नोडल अधिकारियों से इन संविदाकर्मियों की जानकारी मांगी है।
-8 जनवरी को मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने की। इसमें संविदाकर्मियों की संख्या एवं ये किस-किस स्कीम में लगे हैं, इस पर चर्चा हुई।
-संविदाकर्मियों को स्थायी पदों पर समायोजित किया जाए तो कितना वित्तीय भार पडेग़ा।
-मानदेय बढ़ाने को लेकर वित्त विभाग का मत।