परिवार के साथ मनाएं त्योहार
हर साल होली हम दोस्तों, परिजनों, रिश्तेदारों व पड़ोसियों के साथ मनाते आए हैं। लेकिन, कोरोना महामारी ने इस साल होली का मजा फीका कर दिया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण शहर में होने वाले कई बड़े होलिका दहन के आयोजन भी इस बार छोटे स्तर पर कोरोना गाइडलाइंस के साथ किए जाएंगे, इनमें जगदीश चौक की होली, मल्लातलाई क्षेत्र की होली शामिल है। यहां होली पर खूब धमाल भी होती थी, जो इस बार देखने को नहीं मिलेगी। वहीं, जब सामूहिक आयोजनों को सीमित किया जा सकता है तो खुद की सुरक्षा के लिए परिवार के साथ या केवल चुनिंदा दोस्तों के साथ जिनके बारे में आपको पूरी जानकारी हो, उन्हीं के साथ होली मनाना बेहतर होगा। कहीं, पूल पार्टी या रेन डांस पाटी के लिए ना जाएं क्योंकि इस तरह की पार्टी में संक्रमण का खतरा रहेगा।
हर साल होली हम दोस्तों, परिजनों, रिश्तेदारों व पड़ोसियों के साथ मनाते आए हैं। लेकिन, कोरोना महामारी ने इस साल होली का मजा फीका कर दिया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण शहर में होने वाले कई बड़े होलिका दहन के आयोजन भी इस बार छोटे स्तर पर कोरोना गाइडलाइंस के साथ किए जाएंगे, इनमें जगदीश चौक की होली, मल्लातलाई क्षेत्र की होली शामिल है। यहां होली पर खूब धमाल भी होती थी, जो इस बार देखने को नहीं मिलेगी। वहीं, जब सामूहिक आयोजनों को सीमित किया जा सकता है तो खुद की सुरक्षा के लिए परिवार के साथ या केवल चुनिंदा दोस्तों के साथ जिनके बारे में आपको पूरी जानकारी हो, उन्हीं के साथ होली मनाना बेहतर होगा। कहीं, पूल पार्टी या रेन डांस पाटी के लिए ना जाएं क्योंकि इस तरह की पार्टी में संक्रमण का खतरा रहेगा।
रंग-पिचकारियां सजे, लेकिन कोरोना के कारण बिक्री कम होली खेलने के लिए बाजारों में रंग-पिचकारियां सज चुके हैं तो ऑनलाइन मार्केट में भी होली खेलने के कई े उत्पाद उपलब्ध हैं। हालांकि इस साल कोरोना महामारी का असर खरीदारी पर भी पड़ा है। ऐसे में बाजारों में भी उतनी चहल-पहल व खरीद कम है। कई दुकानदारों ने तो होली पर पिछले साल का स्टॉक ही निकाला है। दरअसल, पिछले साल भी कोरोना का खौफ था। ऐसे में पिचकारियों की बिक्री पर खासा प्रभाव पड़ा था। इस साल भी फिर से कोरोना के बढ़ते केस के कारण वे कम स्टॉक लेकर आए।