सीएम गुरुवार को जयपुर लौटने से पूर्व सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि करौली में सुनियोजित व योजनाबद्ध तरीके से दंगे भड़काए गए, उसे एक लेबोरेट्री की तरह बनाया गया और इसी तरह के दंगे सात राज्यों में हुए। गहलोत ने तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर के लिए कहा कि ये शिविर कामयाब रहेगा, क्योंकि मेहमान नवाजी उदयपुर की परंपरा है।धर्म और जाति के नाम पर होने वाली राजनीति खतरनाक
सीएम ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि देश के हालात चिंताजनक है। धर्म और जाति के नाम पर होने वाली राजनीति खतरनाक है। कुछ लोगों को यह अच्छा लग सकता है, लेकिन यह देश हित में नहीं है। देश 70 सालों से एकजुट है। रूस के टुकडे़ हो गए, लेकिन हमारा देश धर्म, जाति, बोली व भाषाएं अलग-अलग होने के बाद भी अखंड रहा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने तमाम मुश्किलों के बाद भी पंजाब में खालीस्तान नहीं बनने दिया। उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की जान चली गई, लेकिन आतंकियों के इरादे पूरे नहीं होने दिए।मेरे राजस्थान को बक्श दो
गहलोत ने भाजपा व आरएएस को आडे़ हाथों लिया और कहा कि मेरे राजस्थान को बक्श दो, यहां हम भाईचारा, अमन-चेन, प्रेम और मोहब्बत से रहना चाहते हैं। चाहे कुछ भी हो वह राजस्थान में हिंसा नहीं होने देंगे। दंगाइयों को सजा मिलेगी। किसी भी पार्टी के लोग हो हिंसा का समर्थन नहीं होना चाहिए। उन्होंने आरएसएस व भाजपा से कहा कि सभी अपनी-अपनी विचारधारा के साथ राजनीति करें। सत्ता होने के बाद भी यदि वे आग भड़काएंगे, तो कौन बर्दाश्त करेगा। किसी को किसी की भी जान लेने का कोई हक नहीं है।