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video: इस महाविद्यालय की सरकारी जमीन पर मिट्टी माफियाओं की अवैध गतिविधयां: कार्रवाई के नाम पर मौन है प्रशासन

locationउदयपुरPublished: Feb 05, 2019 11:11:31 pm

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

पशु महाविद्यालय की सरकारी जमीन पर अतिक्रमियों का शिकंजा, चार पटवार मंडलों के बीच उलझी जमीन का कोई नहीं धणीधोरी

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video: इस महाविद्यालय की सरकारी जमीन पर मिट्टी माफियाओं की अवैध गतिविधयां: कार्रवाई के नाम पर मौन है प्रशासन

डॉ. सुशीलसिंह चौहान/ उदयपुर. पशु विज्ञान एवं पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय (राजूवास) बीकानेर के संघटक नवानिया स्थित पशु चिकित्सा महाविद्यालय की सैकड़ों बीघा में फैली सरकारी खाते की जमीन पर अतिक्रमियों का शिकंजा कसता जा रहा है। मालिकाना हक, बाउण्ड्री वाल एवं तार बंदी के अभाव में महाविद्यालय के पिछले हिस्से को छूती जमीन पर अतिक्रमी अपनी मनमानी कर रहे हैं। सड़क निर्माण से लेकर अन्य कामों के लिए इस जमीन को खोदा जा रहा है। इसी तरह जमीन की सीमाबंदी के अभाव में जल स्वालंबन योजना के तहत यहां पानी रोकने के लिए कृत्रिम तालाब के भी निर्माण हो रहे हैं। खास बात यह है कि महाविद्यालय प्रशासन खुद के खाते की जमाबंदी एवं सीमांकन को लेकर कई बार स्थानीय राजस्व अधिकारियों को पत्र लिख चुका है, लेकिन आज तक भी प्रशासनिक स्तर पर सरकारी जमीन पर बढ़ रहे अतिक्रमियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इससे अतिक्रमियों के हौंसले बुलंद बने हुए हैं।
आधे में बाउण्ड्रीवॉल
सरकारी जमाबंदी के हिसाब से नवानिया स्थित महाविद्यालय के खाते में करीब 421 बीघा जमीन बोल रही है। इसमें आगे की ओर से करीब 1 किलोमीटर तक के इलाके में पक्की बाउण्ड्रीवॉल है। एनसीसी भवन के आगे साइड से गुजरते कच्चे मार्ग से जोरजी का खेड़ा को जोड़ते मार्ग पर जमीन के कुछ हिस्सों में तारबंदी है, जबकि कुछ तारबंदी को ग्रामीणों ने काटकर आम रास्ता बना रखा है। पीछे की तरफ बंजर जमीन से अंतिम छोर तक हिस्सा पूरी तरह खुला है। इस इलाके में मिट्टी माफियाओं के स्तर पर जमकर जमीन की खुदाई कर मिट्टी का अवैध परिवहन हो रहा है। समस्या से अवगत होते हुए भी कॉलेज प्रशासन पूरे मामले में मूकदर्शक बना हुआ है।
चार पटवार मंडल सीमा
अवैध गतिविधियों वाली महाविद्यालय की जमीन की समस्या यह है कि वहां पर चार पटवार मंडलों की सीमाएं छूती हैं। बीते ६ महीने के दौरान महाविद्यालय प्रशासन की ओर से भीण्डर तहसीलदार को कई खत लिखे जा चुके हैं, लेकिन चार पटवारियों का दल बनाकर अब तक भी कोई सीमांकन का कदम नहीं उठाया गया।
दी थी सूचना
सीमांकन के अभाव में महाविद्यालय के जमीन का पता नहीं चल रहा। हमने तहसीलदार को खत लिखा है। बाउण्ड्री वाल को लेकर विवि प्रशासन को बजट मांगा है।
प्रो. आर.के. धूरिया, अधिष्ठाता, पशु विज्ञान महाविद्यालय

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