उदयपुर पुलिस ने गत दिनों जयपुर व सीकर में चार दुकानों पर छापे मारे थे। वहां रिकॉर्ड की जांच में करीब पांच सौ से ज्यादा हथियार व एक साल में हर लाइसेंसी को तीन बार 25 से 50 कारतूस सप्लाई की जानकारी आई है। इस रिकॉर्ड के अनुसार प्रदेश में कई अपराधियों के पास भी हथियार मौजूद हैं। पुलिस का कहना है कि अब तक सर्वाधिक हथियार जयपुर में रामगंज क्षेत्र में शिकार स्टोर्स से सप्लाई हुए। उसके बाद जिंदल गन हाउस, राजस्थान गन हाउस व सीकर में सीकर गन हाउस ने हथियार व कारतूस उपलब्ध करवाए। प्रारंभिक जांच में इन व्यापारियों द्वारा वर्ष 2014 के बाद से नगालैण्ड के दीमापुर के लाइसेंस से धड़ल्ले से जयपुर, सीकर के अलावा अलवर, झुंझुनूं, चूरू,
बीकानेर , नागौर, दौसा में सर्वाधिक हथियार सप्लाई की जानकारी सामने आई है।
READ MORE: राजस्थान की ये महिला बनी स्वच्छता ही सेवा चैम्पियन, देश में पेश की मिसाल, आप भी सुनेंगे इसकी कहानी तो करेंगे गर्व.. पुलिस रिकॉर्ड में तफ्तीश में जुटी है कि अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों व तस्करों को कितने हथियार पहुंचे। पुलिस इनको नामजद कर पता लगाएगी कि उन्होंने कोई बड़ा अपराध तो नहंी किया। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के हथियार मामले में धरपकड़ के बाद एटीएस की सूचना पर उदयपुर पुलिस ने नगालैण्ड के फर्जी लाइसेंस से अवैध हथियार के मामले में डूंगरपुर व बांसवाड़ा में दबिश देकर पांच जनों को पकड़ा था। पुलिस ने उनके कब्जे से हथियार व कारतूस बरामद किए थे और बाद में जयपुर व सीकर में दबिश दी।