पता चलते ही पुलिस ने तीन आरोपितों को हिरासत में लिया है, लेकिन किसी तरह का कोई खुलासा नहीं किया। पुलिस आरोपितों से अभी इतनी बड़ी राशि कहां से आई, किसने भेजी, किसके मार्फत किसे पहुंचानी थी, कौन-कौन इसमें लिप्त है, इन गुत्थी को अभी सुलझाने में जुटी है। बताया जा रहा कि अब तक आरोपितों से काफी राशि बरामद हो चुकी है। करीब 5 से 6 लाख रुपए का गड़बड़झाला सामने आ रहा है। पुलिस ने भले ही राशि को गुप्त रखा हो लेकिन सफेदपोशों,अधिवक्ताओं व हथियार से जुड़े लोगों के बीच यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। उदयपुर पुलिस ने अवैध हथियार लाइसेंस मामले में गत 21 अक्टूबर को लालगढ़ तहसील के दीदासर (चूरू) हाल मथुरानगर चोपड़ावाड़ी गंगासर (बीकानेर) निवासी सरगना भंवरलाल पुत्र रामेश्वरलाल ओझा, दलाल त्रिलोकपुरा रानोली (सीकर) निवासी धर्मवीरसिंह शेखावत के अलावा उदयपुर के मार्बल उद्यमी ऋषभदेव निवासी अनंत कुमार पुत्र बंशीलाल कोठारी को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की थी। आरोपित दो नवम्बर तक रिमांड पर चल रहे हैं। इन्हीं आरोपितों में से एक को छुड़वाने के लिए यह मांडवली की विफल कोशिश की गई।
READ MORE: उदयपुर में हुए एक्सीडेंटस के आंंकड़े हैं चौंकाने वाले, ताज्जुुुब होगा जब जानेंगे मौत का ये भयावह सच.. कई मामले में लिप्त, फिर कैसे बचा धरियावद के आदतन अपराधी का नाम पूर्व में भी कई मामलों में उछला, लेकिन हर बार वह कैसे बचा यह आश्चर्यजनक है। हथियार से धमकी के मामले में पकड़ा गया।
पारस तिराहा स्थित होटल में विदेशी पर्यटकों से बदतमीजी के मामले में भी उसका नाम उछाला।
अम्बामाता क्षेत्र में होटल में मैनेजर से झगड़े में लिप्त रहा।
सूरजपोल थाने के तत्कालीन एएसआई सीडी रिकार्डिंग कांड में भी उसका नाम प्रमुखता से आया था।
सुखेर क्षेत्र में युवती से चाकूबाजी में गिरफ्तार महिला के मामले में भी आरोपी की ऑडियो वायरल हुआ।