बजरी माफियाओं में हडक़ंप
पुलिस की सख्ती भरी कार्रवाई से स्थानीय बजरी खनन में लिप्त लोगों में हडक़ंप मच गया। खरका नदी में पुलिस की हलचल देख वाहन चालक एवं मालिक भागते दिखे। वहीं कुछ ट्रैक्टर चालक मौके पर ट्रोली खाली कर भाग निकले।
पुलिस की सख्ती भरी कार्रवाई से स्थानीय बजरी खनन में लिप्त लोगों में हडक़ंप मच गया। खरका नदी में पुलिस की हलचल देख वाहन चालक एवं मालिक भागते दिखे। वहीं कुछ ट्रैक्टर चालक मौके पर ट्रोली खाली कर भाग निकले।
अवैध बजरी का स्टॉक
पुलिस कार्रवाई में सामने आया कि बजरी माफियाओं की ओर से नदी में कई जगहों पर बजरी के स्टॉक किए हुए थे। दूसरी ओर पुलिस कार्रवाई से स्थानीय ग्रामीणों में उत्सुकता दिखाई दी। शाम को कई गींगला थाने के निकट बजरी माफियाओं के गुर्गे हर गतिविधि पर नजर रखते दिखाई दिए। मामले में पुलिस पर स्थानीय नेताओं का दबाव भी दिखाई दिया, लेकिन पुलिस टस से मस नहीं हुई।
पुलिस कार्रवाई में सामने आया कि बजरी माफियाओं की ओर से नदी में कई जगहों पर बजरी के स्टॉक किए हुए थे। दूसरी ओर पुलिस कार्रवाई से स्थानीय ग्रामीणों में उत्सुकता दिखाई दी। शाम को कई गींगला थाने के निकट बजरी माफियाओं के गुर्गे हर गतिविधि पर नजर रखते दिखाई दिए। मामले में पुलिस पर स्थानीय नेताओं का दबाव भी दिखाई दिया, लेकिन पुलिस टस से मस नहीं हुई।
इधर, बजरी लदे 10 ट्रैक्टर जब्त
कानोड़. देर से सही खनिज व पुलिस विभाग ने क्षेत्र में फलीभूत हो रहे बजरी के अवैध धंधे पर लगाम लगाने का साहस दिखाया है। राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित खबर पर कार्रवाई करते हुए विभागीय दलों ने बुधवार को बजरी लदे 10 टै्रक्टर जब्त किए। हालांकि डंगर एवं ट्रक से बजरी के अवैध में जुड़े माफियाओं पर कार्रवाई के नाम पर विभागीय ओहदेदार मौन साधे रहे। बावजूद इसके ट्रैक्टर की धरपकड़ से अवैध ध्ंाधे में लिप्त लोगों की टोली में हलचल दिखाई दी। बात तक बिगड़ गई, जब ट्रैक्टर चालकों ने अवैध धंधे में लिप्त बड़े वाहन चालकों पर कार्रवाई नहीं करने का रोष जताया। रात को हुई कार्रवाई में थानाधिकारी गजसिंह सिसोदिया की अनुपस्थिति को लेकर स्थानीय लोगों ने बतंगड़ बनाया। इससे पहले खनिज विभाग के सर्वेयर अधिकारी सुभाषचंद बैरवा की टीम ने कानोड़, वल्लभनगर व मावली से 6 टै्रक्टर जब्त किए। कार्रवाई से पीडि़त ट्रैक्टर चालकों ने मामले में क्षेत्रीय विधायक रणधीरङ्क्षसह भींडर के समक्ष पीड़ा सुनाई। विधायक ने हिदायत के साथ समस्या का निदान करने का आश्वासन दिया। विधायक के समक्ष ट्रैक्टर चालकों ने पुलिस की हिस्सा बांट के भी आरोप लगाए, लेकिन विधायक ने सभी को अदालती आदेश की पालना करने की बात कही।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने मंगलवार को ‘सक्रिय हैं बजरी माफिया, मौन साधे हैं हमारे जिम्मेदार’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर खामियों की ओर उच्चाधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया था।