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उदयपुर के इस बांध की नहरों का सुधार करवाने से किसानोंं को मिलेगी सीपेज से निजात

locationउदयपुरPublished: May 17, 2019 01:23:00 pm

Submitted by:

madhulika singh

जल संसाधन विभाग राजस्थान सरकार की मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत करवाया जा रहा है नहरोंं का सुधार

Canal stopped after one day

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हेमन्त गगन आमेटा/वल्लभनगर. जल संसाधन विभाग राजस्थान सरकार द्वारा मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत वल्लभनगर बांध से निकलने वाली प्रमुख नहरोंं का सुदृढीकरण करवाया जाने अब किसानोंं को सीपेज से निजात मिलेगी। वल्लभनगर बांध से निकलने वाली नहरों का सुधार जायका जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी से पास हुए बजट से करवाया जा रहा है। वल्लभनगर बांध से कुल दो नहरें एलएमसी जिसकी लम्बाई 5.4 किलोमीटर व आरएमसी इसकी लम्बाई 12.50 किलोमीटर है। इन दोनोंं नहरोंं से कुल 22 गांंवोंं में सिंचाई के लिए किसानोंं को पानी उपलब्ध करवाया जाता है। इसमेंं पिछले कई वर्षोंं से बांध से निकलने वाली नहरोंं का जीर्णोद्धार नहींं होने से सीपेज की समस्या होकर पानी व्यर्थ बह जाता था। इस वजह से बांध व नहरों के आस-पास पानी किसानोंं के खेतोंं में जमा हो जाता था। इससे कई बार किसानोंं की फसलें चौपट हो जाती थी। इसके अलावा सीपेज होने से नहरों के अंतिम छोर वाले गांंवोंं में सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहींं मिल पाता था। इस पर सिंचाई परियोजना मेंं नहरोंं के सुधार के लिए जायका जापान इंटरनेशन कॉरपोरेशन एजेंसी द्वार वित्त प्रदान कर आरडब्ल्यूएसएलआईपी के अन्तर्गत दाई मुख्य नहर आरएमसी एवं इसकी वितरिका माइनर सभी का नए सिरे से सुदृढीकरण किया जा रहा है।
इस परियोजना को 25 जून 2018 में प्रारंभ करते हुए 24 दिसम्बर 2019 तक पुरा करने का लक्ष्य है इस परियोजना के लिए 1358.45 लाख रूपये का बजट एजेंसी द्वारा स्वीकृत किया गया है। इस परियोजना के तहत चार जल कमेटी उपभोक्ता संगठन डब्ल्यू यू ए का भी गठन किया जाएगा इससे किसानो की भागीदारी बढेगी।
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इन गांंवों में नहरों द्वारा सिंचाई के लिए छोड़़ा़ जाता है पानी- सिंचाई विभाग द्वारा वल्लभनगर बांध से करीब 22 गांंवों में किसानोंं को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाता है। जिसमें वल्लभनगर, करणपुर, रणछोडपुरा, नवानिया, किकावास, नेतावला, रेंठेड, मोरझाई, तारावट, धमानिया, शंभुपुरा, छपरा, रूण्डेडा, इंटाली, सियाखेडी, रूपावली, बागथल, नारायणपुरा प्रमुख है। इसमें से नहरोंं में अंतिम छोर वाले गांंवोंं में सें इंटाली, रूण्डेडा, नारायणपुरा, छपरा सहित कई गांवोंं में सीपेज से पानी पर्याप्त मात्रा में नहींं मिल पाता था लेकिन अब नहरों के सुधार होने से पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सकेगा।

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