यूं बढ़ा मामला
रविश पटेल बाल चिकित्सालय में बतौर पार्र्किंग बॉय काम कर रहा है। पटेल ने पत्रिका को बताया कि 9 जून शाम 5 बजे वह ड्यूटी कर रहा था, उस समय दोनों सफेद रंग की स्कार्पियो गाड़ी (आरजे 27 यूए 0585) लेकर आए थे। जब वह जाने लगे तो उनसे पैसे मांगे थे, जैसे ही पैसे मांगे तो रांका नाम के एक व्यक्ति ने गाली गलौच शुरू कर दी। उन्हें गाली गलौच नहीं करने की बात कहने पर रांका ने गला पकडक़र मारपीट शुरू कर दी, इसके बाद कांस्टेबल हिम्मतसिंह आया और वह भी मारपीट करने लगा। पटेल ने बताया कि हिम्मतसिंह ने शराब पी रखी थी, वह लकड़ी लेकर आया उसने मुझे सिर और हाथ-पैर पर मारना शुरू कर दिया। सिर पर हल्की चोट आई, लेकिन पैर पर तेज मारने से गहरा घाव हो गया, इसलिए टांके लेने पड़े। मामले को लेकर को लेकर रविश ने हाथीपोल थाने में प्रकरण दर्ज करवाया।
रविश पटेल बाल चिकित्सालय में बतौर पार्र्किंग बॉय काम कर रहा है। पटेल ने पत्रिका को बताया कि 9 जून शाम 5 बजे वह ड्यूटी कर रहा था, उस समय दोनों सफेद रंग की स्कार्पियो गाड़ी (आरजे 27 यूए 0585) लेकर आए थे। जब वह जाने लगे तो उनसे पैसे मांगे थे, जैसे ही पैसे मांगे तो रांका नाम के एक व्यक्ति ने गाली गलौच शुरू कर दी। उन्हें गाली गलौच नहीं करने की बात कहने पर रांका ने गला पकडक़र मारपीट शुरू कर दी, इसके बाद कांस्टेबल हिम्मतसिंह आया और वह भी मारपीट करने लगा। पटेल ने बताया कि हिम्मतसिंह ने शराब पी रखी थी, वह लकड़ी लेकर आया उसने मुझे सिर और हाथ-पैर पर मारना शुरू कर दिया। सिर पर हल्की चोट आई, लेकिन पैर पर तेज मारने से गहरा घाव हो गया, इसलिए टांके लेने पड़े। मामले को लेकर को लेकर रविश ने हाथीपोल थाने में प्रकरण दर्ज करवाया।
दूसरे को पकड़ा, ‘अपने’ से दूर पुलिस
इस पर हॉस्पिटल चौकी से तीन जनों शंकर, राकेश राका, विष्णु उर्फ विशु को पकड़ा था, लेकिन पूछताछ में सामने आया कि शंकर और विशु ने उसे मारपीट करने वालों से छुड़वाया था, जबकि राकेश रांका को पुलिस ने हिरासत में लिया है। चौकी पुलिस अभी तक पुलिसकर्मी हिम्मतसिंह तक नहीं पहुंची है। बताया जा रहा है कि हिम्मतसिंह वर्तमान में पटेलनगर स्थित सीआईडी शाखा में बतौर कांस्टेबल कार्यरत है।
इस पर हॉस्पिटल चौकी से तीन जनों शंकर, राकेश राका, विष्णु उर्फ विशु को पकड़ा था, लेकिन पूछताछ में सामने आया कि शंकर और विशु ने उसे मारपीट करने वालों से छुड़वाया था, जबकि राकेश रांका को पुलिस ने हिरासत में लिया है। चौकी पुलिस अभी तक पुलिसकर्मी हिम्मतसिंह तक नहीं पहुंची है। बताया जा रहा है कि हिम्मतसिंह वर्तमान में पटेलनगर स्थित सीआईडी शाखा में बतौर कांस्टेबल कार्यरत है।
आज पूरा दिन हिम्मतसिंह ड्यूटी पर था, लेकिन किसी ने मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं दी, यदि मामला है तो जानकारी लेंगे। महिपालसिंह राणावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीआइडी
हमने मारपीट करने वाले एक जने को पकडक़र उससे पूछताछ शुरू की है। पुलिसकर्मी को भी जल्द ही हम पकड़ेंगे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। बनवारीलाल पूनिया, जांच अधिकारी व हैड कांस्टेबल, एमबी हॉस्पिटल चौकी
हमारे यहां काम करने वाले लडक़े से बिना किसी कारण पुलिसकर्मी और उसके एक साथी ने मारपीट की हैं, इसे लेकर हाथीपोल थाने में मामला दिया है, ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि कोई भविष्य में इस तरह की गलती नहीं करें। कमलेश्वर धमार, पार्किंग ठेकेदार, एमबी हॉस्पिटल
प्रकरण आने के बाद पुनिया पूरी जांच कर रहे हैं, जो भी दोषी है उस पर कार्रवाई होगी, चाहे वो कोई भी हो। गोपालसिंह चूण्डावत,एसआई, हाथीपोल थाना