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गंगा सी निर्मल होने लगी हमारी झीलें

locationउदयपुरPublished: Apr 23, 2020 02:25:37 am

Submitted by:

Pankaj

झीलों के जल में बढ़ गई ऑक्सीजन मात्रा, पारदर्शी पानी में दिखने लगा पैंदा, लॉकडाउन का एक इफेक्ट ऐसा भी

गंगा सी निर्मल होने लगी हमारी झीलें

गंगा सी निर्मल होने लगी हमारी झीलें

उदयपुर . लॉकडाउन के चलते भले ही हम घरों में हैं, लेकिन प्रकृति फिर अपना सही रूप पाने लगी है। वाहन, उद्योग आदि का संचालन नहीं होने से जहां आबोहवा सुधरी है, वहीं शहर की झीलों का जल भी निर्मल होने लगा है। हाल ही में आई गंगा नदी के निर्मल होने की रिपोर्ट के मुताबिक हमारी झीलों की रिपोर्ट भी सुधर गई है।
लॉकडाउन का एक सुखद असर ये भी दिखने लगा है कि शहर की झीलों में प्रदूषण की मात्रा कम हो गई है। नावें नहीं चलने, पर्यटकों की आवाजाही नहीं होने, हवा में शुद्धता होने से झीलों के जल पर भी असर दिखने लगा है। लॉकडाउन से पहले और वर्तमान आंकड़ों पर नजर डालें तो झीलों का जल काफी हद तक शुद्ध हुआ है। पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ गई है, जिससे पानी कांच की तरह साफ दिखने लगा है।
लॉकडाउन से ठीक पहले यानी 20 मार्च को शहर और आसपास के झील-तालाब से लिए गए नमूनों से हाल ही में लिए गए नमूनों में काफी बदलाव दिख रहा है। झीलों का जल इतना निर्मल होने लगा है कि पहले की तुलना में किनारों पर पैंदा साफ दिखने लगा है, जबकि पहले मटमेलापन ज्यादा था।
प्रदूषण नियंत्रक मंडल के वैज्ञानिक अधिकारी बीके सोनी ने बताया कि बोर्ड की ओर से हर माह झील-तालाब के नमूने लिए जाते हैं। फतहसागर-पिछोला में 2-2 के अलावा उदयसागर, स्वरूपसागर, गोवर्धनसागर, जयसमंद और बड़ी तालाब के नमूने हाल ही में लिए गए थे। रिपोर्ट काफी सकारात्मक मिली है।
इनका कहना है
लॉकडाउन में औद्योगिक इकाइयां बंद है, वहीं वाहनों का संचालन नहीं हो रहा है। होटल आदि में पर्यटक नहीं है, वहीं स्थानीय लोग भी घरों में हैं। ऐसे में प्रदूषण का स्तर बेहद कम हो गया है। लिहाजा हवा और पानी में शुद्धता बढ़ी है। पानी में ऑक्सीजन की मात्रा में बढ़ोतरी हुई है, जो पानी के अन्य मापदण्डों को प्रभावित करती है।
डॉ. बीआर पंवार, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रक मण्डल

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