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भारतीय फुटबाल टीम कप्तान सुनील छेत्री बने लेकसिटी के मेहमान

locationउदयपुरPublished: Jul 28, 2019 04:33:27 pm

Submitted by:

madhulika singh

भारत की राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कप्तान और फुटबाल के चर्चित चेहरों में से एक सुनील छेत्री शनिवार को लेकसिटी के मेहमान बने। एशियाई आइकॉन ने हिंदुस्तान जिंक द्वारा संचालित जिंक फुटबाल अकादमी से जुड़े युवा फुटबालरों के साथ इंटरेक्टिव सेशन में हिस्सा लिया।

football team captain Sunil Chhetri

भारतीय फुटबाल टीम कप्तान सुनील छेत्री बने लेकसिटी के मेहमान

उदयपुर. भारत की राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कप्तान और फुटबाल के चर्चित चेहरों में से एक सुनील छेत्री शनिवार को लेकसिटी के मेहमान बने। एशियाई आइकॉन ने हिंदुस्तान जिंक द्वारा संचालित जिंक फुटबाल अकादमी से जुड़े युवा फुटबालरों के साथ इंटरेक्टिव सेशन में हिस्सा लिया। छेत्री ने जावर में मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं पर संतोष व्यक्त करते कहा कि इससे न सिर्फ राजस्थान बल्कि भारतीय फुटबाल के बेहतर भविष्य का सपना साकार हो सकेगा। छेत्री ने कहा कि जिन दिनों मैंने फुटबॉल खेलना शुरू किया तब मुझे इस तरह की सुविधाएं नहीं मिली। आज राजस्थान की खेल प्रतिभाओं के लिए यह अच्छा प्लेटफॉर्म है बशर्ते वे अपने लक्ष्य पर ईमानदारी से फोकस कर सकें। असल में सुविधाएं होंगी तो प्रतिभाएं स्वत: निखरेंगी। खेलों का स्तर भी सुधरेगा। विश्व में ब्राजील और अर्जेन्टीना जैसे राष्ट्रों के फुटबॉल स्तर के सवाल पर वे कहते हैं सरकारों के प्रयासों के अलावा देश हित में कुछ कर गुजरने के जज्बे से भरा व्यक्तिगत अनुशासन भी उसके प्रति जिम्मेदार है।
फुटबॉल आइकन को अपने बीच पाकर खुश हुए युवा: छेत्री को अपने बीच पाकर युवा फुटबॉलर बेहद खुश और रोमांचित नजर आए। इस दौरान कोई ऑटोग्राफ तो कोई फोटोग्राफ के लिए बेताब नजर आया। सभी अपने आदर्श के पास जाने और फुटबॉल टिप्स पाने के उत्सुक थे। बहुत कम समय के प्रवास के बीच सुनील ने इन बच्चों के साथ अपने खेल अनुभव साझा किए और यह बताया कि एक पेशेवर खिलाड़ी बनने के लिए क्या करना जरूरी होता है। इन बच्चों का रोमांच उस समय चरम पर पहुंच गया जब सुनील ने उनके साथ फुटबॉल मैदान साझा किया। गौरतलब है कि सुनील छेत्री अपनी पत्नी सोनम भट्टाचार्य और अपनी सिस्टरके साथ जावर पहुंचे। इस मौके पर वेदांता फुटबाल के अध्यक्ष अनन्य अग्रवाल और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य वित्तीय अधिकारी स्वयम सौरव सहित अन्य खिलाड़ी भी उपस्थित रहे।
छेत्री ने किसी भी क्षेत्र में सफल रहने के लिए हार्ड वर्क और फिटनेस के योगदान को रेखांकित करते कहा कि खेलों में तो इनका महत्व वैसे भी बहुत अधिक होता है। यहां शॉर्टकट नहीं चलते। किस्मत से मौके मिल सकते हैं, लेकिन मौके बनाने के लिए मेहनत का कोई सानी नहीं है। एक कामयाब खिलाड़ी के लिए अनुशासन, पूरी नींद, संतुलित और पौष्टिक आहार तथा फिटनेस के लिए जिमिंग कॉम्बिनेशन फॉर्मूला निहायत जरूरी है। ज्यादातर लोग जीवन की मौज-मस्ती के फंडे में फिट एन फाइन रहना भूल जाते हैं। यही सबसे बड़ी गलती है, जो कामयाबी की राह में बाधा है। बेहतर लोगों के बीच रहने और बेहतर सोच (कमिटमेंट) रखने से ही कामयाबी का मार्ग प्रशस्त होता है। आईपीएल इसका बढिय़ा उदाहरण है। इस क्रिकेट प्रतियोगिता में देश-दुनिया के नामचीन खिलाडिय़ों के साथ खेलकर ही आज भारतीय टीम के कई खिलाड़ी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में छेत्री कहते हैं किसी जमाने में हमारी क्रिकेट टीम भी विश्व की दूसरी टीमों के मुकाबले कमजोर नजर आती थीं। समय के साथ सुविधाएं और प्रोत्साहन पाकर आज क्रिकेट टीम का स्तर कितना ऊंचा हो चुका है। इस अकादमी के 40 चयनित बच्चों में पांच भी इस मंच से अपने बूते कुछ कर दिखा गए तो बड़ी कामयाबी होगी। हालांकि, पिछले दस वर्षों में देश में फुटबॉल खेल का स्तर बहुत ऊंचा हुआ है। आगे उन्होंने कहा यह सच है कि इस खेल में हम विश्व के दूसरे कई राष्ट्रों के मुकाबले कमजोर हैं। फिर भी केवल सरकार का मुंह ताकने अथवा कोसते रहने से कुछ नहीं होगा। हम सभी को आगे आकर इस खेल को लोकप्रिय बनाने के लिए जतन करने होंगे। फिर हमें इस खेल की महाशक्ति बनने से कोई कैसे रोक पाएगा।
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