कुछ महिनों पहले आजम ने शहर में प्रोपर्टी कारोबारियों पर फायरिंग करवाकर फिरौती वसूलने की कोशिश भी की थी। इसके गुर्गों के पकड़ में आने के बाद इसने मुम्बई से अपना ठिकाना बदल लिया। पुलिस 3 माह से आजम के पीछे लगी हुई थी।
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि आजम के दिल्ली में होने की पुख्ता सूचना मिलने पर स्पेशल टास्क फोर्स प्रभारी गोवर्धनसिंह और भूपालपुरा थानाधिकारी हरेन्द्रसिंह के नेतृत्व में टीम दिल्ली भेजी गई जहां पर आजम एक अनाधिकृत होटल में रुका था। यहां से भी आजम भागने के प्रयास में था कि पुलिस ने उसे दबोच लिया गया।
2014 से भूमिगत, ईनाम घोषित…
डिप्टी भगवतसिंह हिंगड़ ने बताया कि शातिर बदमाश आजम, सोहराबुद्दीन एनकांउटर मामले में भी अहम गवाह भी है लेकिन बयान देने से बच रहा है। केन्द्रीय कारागृह उदयपुर से अक्टूबर 2014 में वह जमानत पर रिहा हुआ था उसके बाद से वह भूमिगत हो गया।
डिप्टी भगवतसिंह हिंगड़ ने बताया कि शातिर बदमाश आजम, सोहराबुद्दीन एनकांउटर मामले में भी अहम गवाह भी है लेकिन बयान देने से बच रहा है। केन्द्रीय कारागृह उदयपुर से अक्टूबर 2014 में वह जमानत पर रिहा हुआ था उसके बाद से वह भूमिगत हो गया।
इस दौरान उसने मुम्बई, एमपी, अहमदाबाद, दिल्ली में ठिकाने बदल बदल कर अवैध कारोबार और गेंग चलाने का काम चलाता रहा। एसपी ने बताया कि आजम को पकडऩे वाली टीम को घोषित ईनामी राशि के साथ रिवार्ड भी दिया जाएगा।