महंगाई की मार, जंगलों पर फिर चलने लगी कुल्हाड़ी
उदयपुरPublished: Dec 08, 2021 01:24:41 am
उज्जवला धारकों की पहुंच से बाहर गैस रिफील
महंगाई की मार, जंगलों पर फिर चलने लगी कुल्हाड़ी
37 हजार परिवारों के पास है उज्जवला के गैस कनेक्शन
पारसोला (उदयपुर). गैस की बढ़ी कीमतों के चलते उज्जवला धारक गैस रिफील नहीं करवा पा रहे। इसकी बानगी यहां के कटते जंगलों में भी देखने को मिल रही है। महिलाएं चूल्हा जलाने के लिए लगातार लकडिय़ों की कटाई कर रही हैं।
पारसोला कस्बा १६ हरी भरी पहाडिय़ों के बीच बसा है। आसपास के आदीवासी क्षेत्र आड़, मानपुर, घनेरा, चरपोटिया, भरकुण्डी, अणत, देवला लोहागढ़, अम्बाव सहित सभी गांवों एवं फलो में प्रधानमत्र्ंाी उज्जवला योजना के तहत नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिया गया। कस्बे के समीप दिवाक माताजी की पहाडी, चायणी वनखण्ड़, अन्त्रोल वनखण्ड, मानपुर हिंगलाज माता वनखण्ड एवं हाण्डलीमगरी, घनेरा चरपोटिया वन क्षेत्र एवं हीरावास वनखण्ड़ से रोजाना जलाऊ लकड़ी के नाम पर हरे भरे पेड़ों को काटा जा रहा है। ये महिलाएं सुबह पांच बजे जंगल में जाकर पेड़ों को काटकर लाती हैं। कस्बे के पुलिस थाना के सामने, मानपुर, सामाओटा एवं कस्बे के लेम्पस वाली गली से होते हुए ये निकलती है। महिलाओं का कहना है कि गैस सिलेंडर रिफील के दाम इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि उन्हें मजबूरी में लकडिय़ां जलानी पड़ती हैं।
लगातार दिए निशुल्क कनेक्शन
जुलाई २०१६ से प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत पूरे धरीयावद उपखण्ड मे ४० हजार से ज्यादा नि:शुल्क गैस कनेक्शन वितरित करने थे। जिसके चलते अभीतक करीब ३५ हजार निशुल्क कनेक्शन दिए जा चुके हैं। धरीयावद एचपीसीएल मां बायण गैस एजेन्सी ने अभी तक कुल २२ हजार उपभोक्ताओं एवं पारसोला की पाश्र्वनाथ इण्डेन गैस एजेन्सी ने १३ हजार उपभोक्ताओं को नि:शुल्क गैस कनेक्शन वितरित कर दिया है। पूरे धरीयावद उपखण्ड मे कुल ३५ हजार उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिए गए हैं।
लगातार बढ़े गैस के दाम
ग्रामीणो से बात करने पर बताया कि गैस सिलेण्डर तो मिल गए लेकिन उनकी रिफील बहुत महंगी है। वर्तमान में गैस सिलेण्डर की किमतें एक हजार रुपए के आसपास होने से आम उपभोक्ता को गैस भरवाकर चलाना उसकी पहुंच से दूर हो गया है। वर्तमान में एचपी गैस ९२० एवं इण्डेन गैस की टंकी ९५० रुपए में रिफील हो रही है।