61 साल बाद सीआईआरसी में उदयपुर को मिली जगह
उदयपुर . द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स ऑफ इण्डिया के सेन्ट्रल इण्डिया रिजनल काउंसिल (सीआईआरसी) के गत 8 दिसम्बर को सम्पन्न हुए चुनावों में 61 वर्ष बाद उदयपुर को जगह मिली है। शहर के सीए देवेन्द्र कुमार सोमानी के चुने जाने पर इस काउंसिल में उदयपुर को प्रतिनिधित्व मिलने से शहर के सभी सीए मेम्बर्स में खुशी का माहौल है।
सेन्ट्रल इण्डिया रिजनल काउंसिल 7 राज्यों राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखरण्ड एवं उत्तराखण्ड राज्यों के 48588 चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स का प्रतिनिधित्व करती है। इस बार सेन्ट्रल काउंसिल की 6 सीटों के लिए 15 एवं रिजनल काउंसिल की 11 सीटों के लिए 26 प्रत्याशी मैदान में थे। सेन्ट्रल काउंसिल के 15 में 4 प्रत्याशी जयपुर के एवं रिजनल काउंसिल के 26 प्रत्याशियों में 3 जयपुर, 2 उदयपुर एवं 1 प्रत्याशी कोटा का था। आईसीएआई 5 रिजनल काउंसिल पूर्वी, उत्तर, पश्चिम, दक्षिण एवं मध्य क्षेत्र में बंटी हुई है।
सेन्ट्रल इण्डिया रिजनल काउंसिल के मुख्यालय कानपुर में इन चुनावों की हुई मतगणना पिछले पांच दिनों से जारी थी। उदयपुर से दो प्रत्याशी सीए देवेन्द्र सेामानी एवं सीए मनीष नलवाया मैदान में थे, जिनमें सीए देवेन्द्र सोमानी को 1660 का निर्धारित कोटा प्राप्त कर अपना स्थान रीजनल कॉउन्सिल में सुनिश्चित किया। वह 5वें स्थान पर रहे, जबकि सीए मनीष नलवाया को 644 वोट ही प्राप्त हुए।
उल्लेखनीय है कि 61 वर्ष पूर्व 1957 में उदयपुर से सीए के एम भण्डारी निर्वातिच हुए थे, उसके बाद से अब तक सेन्ट्रल इण्डिया रिजनल काउंसिल में उदयपुर कोई भी सीए नहीं पहुंच पाया था। पिछले चुनावों में भी सीए देवेन्द्र सोमानी सेन्ट्रल इण्डिया रिजनल कोन्सिल में पहुंचने से मात्र 35 वेाट से रह गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और पुन: चुनाव में खड़े होकर जीत का सेहरा अपने सिर बांधा। सेन्ट्रल इण्डिया रिजनल कोन्सिल में 32 एवं रिजनल कोन्सिल में कुल 64 सदस्य होते है। जिनका चयन चुनावों के जरिये होता है। आज प्रात: सेन्ट्रल इण्डिया रिजनल काउंसिल के उदयपुर से नव निर्वाचित सदस्य सीए देवेन्द्र सोमानी ने अपनी जीत की शुरूआत रक्तदान कर की। सोमानी ने अपनी जीत का सेहरा 7 राज्यों के अपने मित्रों एवं सहयोगियों के सिर बांधा है जिन्होंने इस चुनाव में तन-मन से सहयोग किया।