उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं