जगदीश में 12 को नंदोत्सव पुजारी पं. हुक मराज रामगोपाल पुजारी ने बताया कि जगदीश मंदिर में जन्माष्टमी 11 अगस्त मंगलवार को मनाई जाएगी। इसमें प्रात:काल मंगला आरती 5.30 बजे होगी और ठाकुरजी को पंचामृत स्नान कराया जाएगा। उसके बाद भगवान को केसरिया वस्त्र धारण करवाए जाएंगे व अमरशाही पाग का विशेष शृंगार धराया जाएगा। संध्या आरती 7.30 बजे होगी। रात 12.30 बजे भगवान श्रीकृष्ण का लालन प्रभु का जन्मोत्सव होगा व उनके पालने में दर्शन होंगे। पुजारी परिवार के द्वारा ही महोत्सव मनाया जाएगा। 12 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे से 3 बजे तक नंद महोत्सव मनाया जाएगा।
अस्थल में नहीं सजेगी झांकियां
अस्थल आश्रम के महंत रासबिहारी शरण शास्त्री ने बताया कि कोरोना संकट के चलते सरकार की ओर से मंदिर व धार्मिक स्थानों को सर्वजन हेतु खुलने पर प्रतिबंध होने के कारण इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के तहत अस्थल मंदिर में आयोजित प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष चलित झांकियां एवं सजावट कार्य व आमजन के लिए दर्शन स्थगित रहेंगे। 12 अगस्त को प्रात: भगवान द्वारकाधीश का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा व रात्रि को भगवान का 12 बजे जन्म के पश्चात आरती व प्रसाद वितरण किया जाएगा।
अस्थल आश्रम के महंत रासबिहारी शरण शास्त्री ने बताया कि कोरोना संकट के चलते सरकार की ओर से मंदिर व धार्मिक स्थानों को सर्वजन हेतु खुलने पर प्रतिबंध होने के कारण इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के तहत अस्थल मंदिर में आयोजित प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष चलित झांकियां एवं सजावट कार्य व आमजन के लिए दर्शन स्थगित रहेंगे। 12 अगस्त को प्रात: भगवान द्वारकाधीश का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा व रात्रि को भगवान का 12 बजे जन्म के पश्चात आरती व प्रसाद वितरण किया जाएगा।
श्रीनाथजी में 12 को जन्माष्टमी और 13 को नंदोत्सव श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा में इस बार कोविड-19 की गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा। वहीं, मंदिर में सेवाक्रम परंपरानुसार रहेगा। इस दिन परम्परानुसार 12 अगस्त की रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्म पर रिसाला चौक में 21 तोपों की सलामी दी जाएगी । इस दौरान निषेधाज्ञा के कारण लोगों को इक_ा नहीं होने दिया जाएगा। नन्दमहोत्सव पर्व 13 अगस्त को मनाया जाएगा।