ब्यूरो ने जब रिकॉर्ड चैक किया तो पुष्टि भी हो गई। यूनिट के उपाध्यक्ष राजीव जोशी ने बताया कि सीपुर, झल्लारा निवासी डेंगाजी पुत्र देवजी पटेल कुछ किसानों के साथ एसीबी कार्यालय आए थे और उन्होंने झल्लारा विद्युत पावर स्टेशन के जेईएन गणेशनगर जयपुर निवासी कैलाश पुत्र सालिगराम गौतम व हेल्पर झल्लारा निवासी नाथ पुत्र भीमजी पटेल के खिलाफ रिश्वत की शिकायत की थी। किसानों का कहना था कि उन्होंने सरकारी शुल्क जमा कराए काफी समय हो चुका है। बुवाई का समय होने के बावजूद ना तो उन्हें कनेक्शन दिया जा रहा है और ना ही डीपी लगाकर लाइन खींची जा रही है। जबकि रिश्वत देने वालों के 10 से 12 दिन में ही कनेक्शन हो रहे हैं। इस संबंध में जब हेल्पर से संपर्क किया तो उसने जेईएन को 5 हजार रुपए देने पर ही कनेक्शन देने की बात कही।
READ MORE: सोशल मीडिया पर यूं हो रहा फिल्म पद्मावती का विरोध, प्रोफाइल में जौहर करती रानी पद्मिनी तो बलिदानी गौरव गाथा बनी कॉलर ट्यून जोशी के नेतृत्व में सीआई रोशन सामारिया टीम के सदस्य जितेंद्र सनाढ्य, भगवतसिंह, विकास नागदा, युसूफ खान, भवानी सिंह के साथ झल्लारा विद्युत कार्यालय पहुंचे जहां पर हेल्पर नाथू ने डेंगाजी पटेल से 5 हजार रुपए की रिश्वत ली और जेईएन को पकड़ा दी। एसीबी ने मौके पर ही धरदबोचा। बताया जा रहा है कि 2012 में ही जेईएन राजकीय सेवा में आया था और 2015 से झल्लारा में पदस्थापित है। ब्यूरो टीम मौके पर ही है।