इससे एक दिन पूर्व बुधवार को कन्हैयालाल की अंतिम यात्रा निकली, सड़कों पर भारी भीड़ थी। कन्हैया की मौत से आहत जाने-अनजाने हर शख्स ने नम आंखों से विदाई दी, वहीं जोशीले नारे लगाकर मौत पर भारी आक्रोश जाहिर किया। कन्हैया की अंतिम यात्रा किसी जुलूस से कम नहीं थी। लोगों ने नफरत के शिकार हुए कन्हैया के नाम के जयकारे लगाए। मालदास स्ट्रीट स्थित भूत महल क्षेत्र में टेलर कन्हैयालाल साहू की हत्या के बाद उपजे हालात तीसरे दिन भी सामान्य नहीं हुए। दिनभर में कई बार युवा सड़कों पर आने का प्रयास करते रहे, वहीं पुलिस बल समझाइश और सख्ती से उन्हें बैरंग लौटाता रहा।
इधर, उदयपुर में हुई इस बड़ी घटना में मुकदमा यूएपीए के तहत दर्ज किया गया है इसलिए अब आगे की जांच एनआइए द्वारा की जाएगी जिसमें राजस्थान एटीएस अपना पूर्ण सहयोग करेगी। पुलिस एवं प्रशासन पूरे राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करें एवं उपद्रव करने के प्रयासों पर सख्ती से कार्यवाही करें। मुख्यमंत्री ने वर्तमान हालात को देखते हुए पुनः सभी पक्षों से शांति बनाएं रखने की अपील भी की है।