याद रहेंगे ये पल
मीणा ने बताया कि क्वेरांटाइन से निकलकर सबसे पहले घरवालों को देखना और मिलना चाहूंगा, वही मेरे मन को सुकून देगा। पिछले 15 दिनों से हॉस्पिटल में था। 24 घंटे ही ड्यूटी हो रही थी। इस दौरान भी घर पर नहीं गया। फिर प्रतापगढ़ के दो पॉजिटिव मरीज आ गए। उसके बाद क्वेरांटाइन में हूं। घरवालों से वीडियो कॉल पर बात हो जाती है, उन्हें देख लेता हूं। वे भी बात कर के सुकून महसूस करते हैं। ये पल जिंदगी में याद रहेंगे।
मीणा ने बताया कि क्वेरांटाइन से निकलकर सबसे पहले घरवालों को देखना और मिलना चाहूंगा, वही मेरे मन को सुकून देगा। पिछले 15 दिनों से हॉस्पिटल में था। 24 घंटे ही ड्यूटी हो रही थी। इस दौरान भी घर पर नहीं गया। फिर प्रतापगढ़ के दो पॉजिटिव मरीज आ गए। उसके बाद क्वेरांटाइन में हूं। घरवालों से वीडियो कॉल पर बात हो जाती है, उन्हें देख लेता हूं। वे भी बात कर के सुकून महसूस करते हैं। ये पल जिंदगी में याद रहेंगे।