मीडिया प्रभारी नीलेश भंडारी ने बताया कि रतन कुंवर पंवार, चन्द्रेश नायक, दिलीप सुराणा, दिनेश कोठारी ने आरती का लाभ लिया। आयोजन समिति के बंशीलाल कुम्हार, कैलाश राजपुरोहित, संपत माहेश्वरी, बद्रीसिंह राजपुरोहित, देवेन्द्र साहू, प्रफुल्ल श्रीमाली, ओमप्रकाश राठौड़, अजीत शर्मा, नितेश राठौड़, अभय सिसोदिया, नीतूराज सिंह मौजूद थे।
आजकल गाय कम और भैंस की संख्या ज्यादा हो गई है। इसके चलते अधिकांश बच्चों को भैंस का दूध मिल रहा है, जबकि आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान का मानना है कि भैंस के दूध में वसा होती है, जो आसानी से पचती नहीं। इसके अलावा भैंस के दूध में कई और ऐसे पदार्थ है, जिनसे आलस्य बढ़ता है।