‘किस-किस को बांटा है ठेकेदार ने कितना, बारिश के होते ही सब सड़क बोल देती है…’
उदयपुरPublished: Jan 19, 2020 06:16:58 pm
दी उदयपुर महिला समृद्धि अरबन को-ओपरेटिव बैंक लि. के रजत जयंती समारोह के उपलक्ष्य में हास्य कवि सम्मेलन में छूटे फव्वारे
‘किस-किस को बांटा है ठेकेदार ने कितना, बारिश के होते ही सब सड़क बोल देती है…’
उदयपुर. दी उदयपुर महिला समृद्धि अरबन को-ऑपरेटिव बैक लिमिटेड के रजत जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में शनिवार शाम भारतीय लोक कला मण्डल में समृद्धि हास्य कवि सम्मेलन हुआ।
मथुरा की श्रृगांर रस की कवियित्री पूनम वर्मा ने ‘किसी की याद की खुशबू में भीगे केश लाई हूं, दिलों को जोङऩे वाले अमिट उपदेश लाई हूं…रचना सुनाकर आगाज किया। वीर रस के कवि विनीत चौहान ने ‘रक्तिम आंखों से मैं पूरे भारत को जलता हुआ देख रहा हूं, आस्तीन में काले विषधर हर दिन जलते हुए देख रहा हूंÓ रचना पेश कर श्रोताओं में जोश भरा। दीपक पारीक ने ‘खुश रहेंगे खूब हरदम ये बहाना सीखिए,आप भी हंसना हंसाना दिल मिलाना सीखिए…Ó, सूत्रधार कवि अजातशत्रु ने लहू मिट्टी से पूछेगा, बता ये रंग किसका है, हवा में नफरतों की आग वाला संग किसका है…Ó सुनाकर सभी में जोश भर दिया। ये कौमों के यहां झगड़े फसल में जहर बोते हैं, इन्हीं के मंसूबे कस्बों-शहर कफ्र्यू संजोते हैं…Ó पेशकर तालियंा बंटोरी। टीकमगढ़ के अनिल तेजस्व ने ‘एक ***** के खातिर खाकी वर्दी वाले जागे थे, मौत दिखाई दी आंखों में तब अपराधी भागे थे…Ó पेश की तो देश में महिलाओं पर यौन अत्याचारों के विरुद्ध खून खौला। हास्य कवि कवि मुन्ना बैटरी ने हास्य रचना ‘दिखाकर जख्म अब बेधड़क बोल देती है, झुर्रियों सी दिखती सब तड़क बोल देती हैं, किस-किस को बांटा है ठेकेदार ने कितना, बारिश के होते ही सब सड़क बोल देती है…Ó पर श्रेाताओं की हंसी के फव्वारें छूटे। दिल्ली के अनिल अग्रवंशी ने इसे बेटा बना पालो तो ये इतिहास छू लेगी…Ó रचना से बेटियों का महत्व जाहिर किया। जयपुर के संजय झाला ने एक वो संजय था, जिसने महाभारत देखा था, एक मैं संजय हूं, जो ये महान भारत देख रहा है…Ó पर खूब दाद पाई।
इससे पूर्व बैंक अध्यक्ष विद्याकिरण अग्रवाल ने मुख्य अतिथि समृद्धि गौरव एक्मे ग्रुप ऑफ कम्पनीज़ के चेयरमैन निर्मल कुमार जैन, विशिष्ट अतिथि संासद अर्जुनलाल मीणा, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, नगर निगम महापौर जी.एस.टांक, उप महापौर पारस सिंघवी, महिला समृद्धि बैंक की पूर्व अध्यक्ष किरण जैन, सहकार भारती के राष्ट्रीय मंत्री प्रमोद सामर का स्वागत किया। महाप्रबन्धक विनोद चपलोत ने बैंक की गतिविधियों एवं वर्षभर के आयोजनों की जानकारी दी। बैंक की पूर्व अध्यक्ष किरण जैन ने बताया कि बैंक ने 25 वर्ष पूर्व मात्र 15 लाख के डिपोजिट से शुरुआत की थी, आज बैंक में 130 लाख की डिपोजिट है। इसकी स्थापना महिलाओं को स्वरोजगार एवं स्वालम्बी बनाने के उद्देश्य से की थी। कार्यक्रम में निर्मल कुमार जैन को समृद्धि गौरव अलंकरण से नवाजा। संचालन आलोक पगारिया ने किया।