केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने सभी स्कूलों को यह निर्देश भी दिया है कि बच्चों को इसके बारे में पूरी जानकारी दें, ताकि वे हर जगह अपनी सुरक्षा कर सके और जरूरत पर संगठन तक अपनी आवाज पहुंचा सके। इसके लिए बकायदा चाइल्ड लाइन के नम्बर भी दिए गए हैं, ताकि अपनी शिकायत फोन से भी दे सकें।
——– ये करना है बच्चों को
कोई भी बच्चा केन्द्रीय विद्यालय संगठन की साइट पर जाकर पॉक्सो ई-बॉक्स खोले। लिंक को खोलते ही कई फोटो खुलकर सामने आ जाएंगे जिससे बच्चा स्वत: ही यह समझ सकेगा कि उसके साथ जो हो रहा है, वह क्या इन फोटो में किसी के जैसा है या नहीं। इसके बाद वह संबंधित के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज करवा सकता है।
कोई भी बच्चा केन्द्रीय विद्यालय संगठन की साइट पर जाकर पॉक्सो ई-बॉक्स खोले। लिंक को खोलते ही कई फोटो खुलकर सामने आ जाएंगे जिससे बच्चा स्वत: ही यह समझ सकेगा कि उसके साथ जो हो रहा है, वह क्या इन फोटो में किसी के जैसा है या नहीं। इसके बाद वह संबंधित के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज करवा सकता है।
READ MORE : PATRIKA EXCLUSIVE : येे सरकारी स्कूल पैमाने से चार गुना ज्यादा योग्य, फिर भी नहीं हुआ प्रमोट इन दृश्यों से समझाया बाल शोषण को इस बॉक्स में खेल मैदान, दुकान व सडक़ पर कोई बच्चे का जबरन हाथ पकड़ रहा हो, स्कूल या ट्यूशन पर कोई शिक्षक पीछे से पकडऩे की कोशिश कर रहा हो या शरीर के किसी हिस्से में हाथ लगाने का प्रयास कर रहा हो, कोई मुंह दबाकर ब्लैकमेल कर रहा हो, स्कूल बस या वैन में कोई बदसलूकी कर रहा हो, परिवार का कोई सदस्य, रिश्तेदार या कोई भी बाथरूम या अन्य स्थानों पर जबरन पकडऩे की कोशिश कर रहा हो, कोई भी व्यक्ति किसी फोन से कोई अश्लील सामग्री दिखा रहा हो तो इसकी शिकायत ऑनलाइन की जा सकेगी।
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ऐसे दर्ज होगी शिकायत यदि ई-मेल या मोबाइल नम्बर नहीं हो तो इनमें से किसी भी नम्बर पर 9868235077, 1098 फोन कर शिकायत दर्ज हो सकेगी। इसमें विद्यार्थी को नाम, मोबाइल नम्बर, ई-मेल लिखना होगा। साथ ही घटना को संक्षिप्त विवरण भी देना होगा। इसके बाद सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा।
ऐसे दर्ज होगी शिकायत यदि ई-मेल या मोबाइल नम्बर नहीं हो तो इनमें से किसी भी नम्बर पर 9868235077, 1098 फोन कर शिकायत दर्ज हो सकेगी। इसमें विद्यार्थी को नाम, मोबाइल नम्बर, ई-मेल लिखना होगा। साथ ही घटना को संक्षिप्त विवरण भी देना होगा। इसके बाद सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा।
—– ये नई शुरुआत है, बच्चों को इसके लिए बता दिया गया है। आज की स्थितियों को देखते हुए यह महती जरूरत है, इसे संगठन ने पूरी गंभीरता से लेकर शुरू किया है।
पीसी कोठारी, प्रधानाचार्य, केन्द्रीय विद्यालय नम्बर वन, उदयपुर
पीसी कोठारी, प्रधानाचार्य, केन्द्रीय विद्यालय नम्बर वन, उदयपुर