गौरतलब है कि खादी मेले में सूटिंग-शर्टिंग, दरी, जाजम, खेस, कंबल, साडिय़ां, सलवार सूट के अलावा ऊनी खादी में शॉल, कार्डिगन और देशी कंबल सहित लेदर के सामान, मसाले, आदि की सौ से अधिक स्टॉल्स लगाई गईं हैं। जिला उद्योग के संभाग अधिकारी और प्रदर्शनी संयोजक प्रकाशचंद्र गौड़ ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से विभिन्न प्रकार के खादी उत्पादों में सूती व ऊनी खादी पर 25 प्रतिशत तथा पोलिस्टर और रेशमी खादी पर 20 प्रतिशत छूट दी जाएगी।
READ MORE: video : पांच महीने में ही टूट गया नेशनल हाईवे का पेवर, सामने आई ठेकेदारों की मिलीभगत पहली बार कश्मीरी ग्रामोद्योग इकाई भी इस बार मेले में कश्मीरी इकाइयां वहां के प्रसिद्ध लेदर और ड्राइफ्रूट्स जैसे विश्व प्रसिद्ध उत्पादों के साथ शामिल हुई हैं। जो मेले का बड़ा आकर्षण रहेंगी। मेले के उद्घाटन अवसर पर सदस्य-उत्तरी क्षेत्र खादी ग्रामोद्योग आयोग-मुंबई, डॉ.हिना बट्ट, यूआईटी चेयरमैन रविन्द्र श्रीमाली, सदस्य जोनल कमेटी-भारत सरकार राजेन्द्र अग्रवाल सहित अन्य मौजूद थे।
खास दायरे से बाहर आकर आमजन की पसंद बनी खादी इस विशेष अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग अध्यक्ष विनय सक्सेना ने कहा कि राजस्थान में ही अनेक जगह दौरा करने के बाद खादी कमीशन को दी रिपोर्ट के आधार पर बहुत शीघ्र बोर्डर एरिया जैसलमेर और जयपुर के शिवदासपुरा के बंद खादी सेंटर्स को रिवाइव करने की अनुशंसा से हजारों लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा। इसके अलावा अनेक कॉर्पोरेट कंपनीज से संपर्क साधकर सतत सेल बढ़ाने का प्रयास जारी है।