मामला प्रतापगढ़ जिले के पारसोला के समीप ग्राम पंचायत गोपालपुरा के हिरावतों का आख्या गांव का है। जहां पंचों की चौपाल लगी। पंचों ने गंगा पुत्र कालिया मीणा को अंगारों पर चलने की सजा सुना दी। गंगा मीणा पर २३ वर्ष पूर्व १९९७ में हत्या का आरोप लगाया गया था। उस दरमियान गांव के खातिया पुत्र ऊकांरिया मीणा नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने गांव के चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था। उस दौरान पूछताछ में कोई भी व्यक्ति दोषी नहीं निकला था। मृतक के परिजनों ने जिन पर आरोप लगाया था, २३ वर्ष बाद फिर से उनमें से एक व्यक्ति गंगा मीणा से मुआवजा मांगा। जिस पर रविवार को बैठी पंचायत ने गंगा मीणा को अंगारों पर चलाने का फैसला सुनाया।
पारसोला थाना पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दस लोगों को गिरफ्तार कर पाबन्द किया है। मामले में आख्याखेड़ा निवासी तेजराम मीणा, केसिया मीणा, भेरिया मीणा, धूलिया मीणा, मेघजी मीणा, ऊंकार मीणा, पांचिया मीणा, पूंजिया मीणा, मोहनलाल मीणा, बाबरिया मीणा निवासी हिरावतों का आख्या को गिरफ्तार किया।
कार्रवाई का आदेश पीडि़त गंगा मीणा ने धरियावद उपखण्ड अधिकारी करतारसिंह के समक्ष प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें पंचायत के फैसले की जानकारी दी। उपखण्ड अधिकारी ने पारसोला थानाधिकारी को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। पुलिस जांच में सामने आया कि पुराने मामले को लेकर मृतक के परिवार की ओर से गंगा मीणा पर से रुपए का प्रयास किया जा रहा था। दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद भी है।