छठे दिन मनाया उत्तम संयम धर्म
पर्युषण पर्व के छठे दिन चित्रकूट नगर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में सुबह के समय भगवान श्रीजी का अभिषेक शंाति धारा एवं पूजा पाठ के साथ उत्तम संयम धर्म मनाया गया। दिगम्बर जैन खण्डेलवाल संस्थान के राजेंद्र चित्तौड़ा व राजेश बडज़ात्या ने बताया कि डॉ. निर्मला बैनाड़ा ने उत्तम संयम धर्म पर प्रवचन दिया। प्रचार संयोजक शांति कुमार कासलीवाल ने बताया कि दिन में समाज के कई सदस्यों की ओर से सुंदर आरती थाली सजाई गई। प्रथम तीन को सम्मानित किया गया।
इधर, सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शंातिलाल वेलावत ने बताया कि इस मौके पर सुबह विधिविधान के साथ पूजा हुई। दोपहर को जिन वाणी पूजन एवं तत्वार्थ सूत्र का वाचन हुआ। धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि धर्मभूषण ने कहा कि आत्म संयम से स्वर्ग प्राप्त होता है, किन्तु असंयम इन्द्रिय.लिप्सा अपार अंधकार पूर्ण नरक के लिए खुला राजपथ है। आत्म संयम की रक्षा अपने खजाने के समान ही करो क्योंकि उससे बढ़कर इस जीवन में और कोई निधि नही है। सातवां दिवस उत्तम तप धर्म के रूप में मनाया जाएगा।
पर्युषण पर्व के छठे दिन चित्रकूट नगर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में सुबह के समय भगवान श्रीजी का अभिषेक शंाति धारा एवं पूजा पाठ के साथ उत्तम संयम धर्म मनाया गया। दिगम्बर जैन खण्डेलवाल संस्थान के राजेंद्र चित्तौड़ा व राजेश बडज़ात्या ने बताया कि डॉ. निर्मला बैनाड़ा ने उत्तम संयम धर्म पर प्रवचन दिया। प्रचार संयोजक शांति कुमार कासलीवाल ने बताया कि दिन में समाज के कई सदस्यों की ओर से सुंदर आरती थाली सजाई गई। प्रथम तीन को सम्मानित किया गया।
इधर, सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शंातिलाल वेलावत ने बताया कि इस मौके पर सुबह विधिविधान के साथ पूजा हुई। दोपहर को जिन वाणी पूजन एवं तत्वार्थ सूत्र का वाचन हुआ। धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि धर्मभूषण ने कहा कि आत्म संयम से स्वर्ग प्राप्त होता है, किन्तु असंयम इन्द्रिय.लिप्सा अपार अंधकार पूर्ण नरक के लिए खुला राजपथ है। आत्म संयम की रक्षा अपने खजाने के समान ही करो क्योंकि उससे बढ़कर इस जीवन में और कोई निधि नही है। सातवां दिवस उत्तम तप धर्म के रूप में मनाया जाएगा।
महावीर दिगम्बर जैन दशा नागदा चेरिटेबल ट्रस्ट सेक्टर.14 के अध्यक्ष भंवर मुण्डलिया ने बताया कि सुबह के समय धार्मिक आयोजन हुए। ट्रस्ट महामंत्री भूरी लाल जैन ने बताया कि पांच उपवास करने वालें तपस्वियों का पारणा भी विधि विधान से हुआ। रात में पंडित दिनेश कुमार जैन ने शास्त्र स्वाध्याय किया। सामूहिक घूप खेवन के बाद भव्य डांडिया रास का आयोजन हुआ।
जीवन अनुशासित करता है संयम
पाश्र्वनाथ क्रांति युवा संस्थान की ओर से पाश्र्व.पद्मावती सभागार में पर्युषण के उपलक्ष्य में पूजन प्रशिक्षण शिविर के छठे दिन विधानाचार्य संजय सरस ने नागेन्द्रा भवन की सभा में कहा कि संयम मनुष्य को जीवन में अनुशासित करने का कार्य करता है। व्यक्ति अगर उसके हर कार्य को संयम से करेगा तो जीवन में सभी कार्य अनुशासित ढंग से होते चले जाएंगे। हर व्यक्ति को जीवन में संयम का प्रण लेना चाहिए। मुख्य संयोजक निर्मल कुमार सालवी ने बताया कि इससे पहले कार्यक्रम में धार्मिक आयोजनों की धूम रही।
पाश्र्वनाथ क्रांति युवा संस्थान की ओर से पाश्र्व.पद्मावती सभागार में पर्युषण के उपलक्ष्य में पूजन प्रशिक्षण शिविर के छठे दिन विधानाचार्य संजय सरस ने नागेन्द्रा भवन की सभा में कहा कि संयम मनुष्य को जीवन में अनुशासित करने का कार्य करता है। व्यक्ति अगर उसके हर कार्य को संयम से करेगा तो जीवन में सभी कार्य अनुशासित ढंग से होते चले जाएंगे। हर व्यक्ति को जीवन में संयम का प्रण लेना चाहिए। मुख्य संयोजक निर्मल कुमार सालवी ने बताया कि इससे पहले कार्यक्रम में धार्मिक आयोजनों की धूम रही।