दिल्ली में किसानों के आंदोलन में हिंंसक रवैये का उदयपुर में हुआ विरोध
किसान आंदोलन के दौरान हिंंसक रवैये के घटनाक्रम की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कड़़ी़ निंदा
उदयपुर. गणतंत्र दिवस पर लाल किले के समक्ष किसान आंदोलन के दौरान हिंंसक रवैये के घटनाक्रम की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कड़़ी़ निंदा की है । परिषद ने आरोप लगाया कि इस आंदोलन को बढ़ावा देने के लिए मोहनलाल सुखाड़़ि़या विश्वविद्यालय के संगठित कला महाविद्यालय की प्रोफेसर द्वारा आंदोलन को समर्थन कर क्षेत्र के व्यक्तियों को इस आंदोलन में शामिल करने के लिए जत्था भेजा गया। इसके विरोध में यूनिवर्सिटी मेें एबीवीपी छात्राेें ने प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व वर्तमान विभाग सह संयोजक भवानी शंकर बोरीवाल ने बताया कि वर्तमान कुलपति द्वारा ऐसी गतिविधियां करने वाली प्रोफेसर को आदिवासी महिला योजना का संयोजक बनाना दुखद है । इस पूरे मामले को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही राज्यपाल एवं भारत सरकार के शिक्षा मंत्री से मिलकर देश विरोधी गतिविधियों को विश्विद्यालय में पनपाने को लेकर अपनी रिपोर्ट देगा। एक घंटे प्रदर्शन करने के बाद सभी कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक राष्ट्रगान किया गया इस दौरान प्रांत सहमंत्री सृष्टि राठौड़ प्रांत विवि संयोजक जयेश जोशी, महानगर सहमंत्री अभिषेक मेहता, कार्यालय मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह, कला महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष कपिश जैन, फलांश शर्मा, नीलेश माली, आदित्य देराश्री, उपनिषद् प्रजापत, रोनकराज सिंह, पदम सिंह, कौशल माली, पदम सिंह, सोमिल बापना, हर्ष देनवाल, प्रतीक माहेश्वरी, दीपक नाथ, कुश रावल, हेमंत सिंह पंवार, सैंकड़ों छात्र मौजूद थे।