scriptकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव इस बार दो दिन, रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं | Krishna Janmashtami Will Celebrate On 18-19 Aug. Udaaipur | Patrika News

कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव इस बार दो दिन, रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं

locationउदयपुरPublished: Aug 17, 2022 03:33:18 pm

Submitted by:

madhulika singh

Krishna Janmashtami दधिका महोत्सव की तैयारियां जोरों पर, 18 व 19 को मनाया जाएगा पर्व

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Krishna Janmashtami भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि इस बार दो दिन है। ऐसे में जन्माष्टमी का उत्सव भी दो दिन मनाया जाएगा। कई लोग 18 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत रखेंगे। वहीं शास्त्रों के अनुसार हिंदू धर्म में सूर्य उदया तिथि सार्वभौमिक माना गया है, इसलिए 19 अगस्त को भी जन्माष्टमी का व्रत रखा जाएगा। वहीं, शहर के कृष्ण मंदिरों में भी जन्माष्टमी के आयोजन दो दिन धूमधाम से होंगे। जगदीश मंदिर में जन्माष्टमी पर्व 18 अगस्त को मनाया जाएगा। वहीं, शहर के अस्थल मंदिर और श्रीनाथजी की हवेली में 19 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। 20 अगस्त को नंदोत्सव मनाया जाएगा। पर्व को देखते हुए मंदिरों में साज-सजावट और अन्य तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।
रोहिणी नक्षत्र का संयोग दोनों दिन नहीं

पं. जगदीश दिवाकर के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अर्धरात्रि में रोहिणी नक्षत्र के संयोग में हुआ था। जन्माष्टमी को लेकर जब विचार किया जाता है तो रोहिणी नक्षत्र का ध्यान रखा जाता है। लेकिन इस बार 18 और 19 अगस्त दोनों ही दिन रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं बन पा रहा है। 19 अगस्त को कृतिका नक्षत्र देर रात 01.53 तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा। इसलिए इस बार जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग भी नहीं रहेगा। जन्माष्टमी पर इस साल वृद्धि और ध्रुव योग का संयोग बन रहा है, जो इस दिन के महत्व में वृद्धि करेगा।
वृद्धि योग- 17 अगस्त रात 08.56 से 18 अगस्त रात 08.41 तक

ध्रुव योग- 18 अगस्त रात 08.41 से 19 अगस्त रात 08.59 तक

अष्टमी तिथि : 18 अगस्त गुरुवार रात्रि 9ः28 से 19 अगस्त रात्रि 10ः59 तकरोहिणी नक्षत्र : 20अगस्त को रात्रि 01:53 से 21 अगस्त रात्रि 04:40 तक
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जगदीश चौक में दधिका महोत्सव 19 को

18 अगस्त को रात्रि 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा और 19 अगस्त को जगदीश चौक पर शाम 5 बजे से दधिका उत्सव मनाया जाएगा। दधिका उत्सव कार्यक्रम संयोजक गोपाल जोशी ने बताया कि यह उत्सव का लगातार 35 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। इस बार सैनिक परिवार के सदस्यों का भी सम्मान किया जाएगा। 18 अगस्त को सांस्कृतिक एवं भजन कार्यक्रम मंदिर परिसर में होंगे और रात्रि 12 बजे बंदूकों की सलामी एवं प्रसाद वितरण किया जाएगा। वहीं, 19 अगस्त को सुबह 9.30 बजे विधि-विधान से दूध, दही, पंचामृत से भरी मटकी को पूजन के बाद जमीन तल से 25 फीट की ऊंचाई तक बांधा जाएगा। मटकी को फोडने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 8 आठ दल भाग लेंगे। विजेता टीम को 31,000 रु. का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
मल्लातलाई में मटकी फोड़ 18 को

शिव दल की ओर से जन्माष्टमी पर 18 अगस्त को मल्लातलाई स्थित प्रस्तावित विशाल दधिका महोत्सव की तैयारियां जोरों पर है । शिव दल प्रमुख मनीष मेहता ने बताया कि 18 अगस्त को मटकी फोड़ से पूर्व एक शाम देश के प्रहरियों के नाम रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमे दर्जनों कलाकार राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतिया देंगे । रात्रि साढ़े 8 बजे राष्ट्र वंदना के साथ महाआरती की जाएगी जिसमें हजारों भक्त घी के दीयों से आरती करेंगे । मटकी फोड़ में 8 या 10 टीमों को भाग लेने दिया जाएगा । इस अवसर पर 20 हजार भक्तों को प्रसाद वितरण करने की तैयारियां की जा रही है ।
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