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बताया गया कि दोनों 15 नवम्बर की शाम घर से निकली और रात कुराबड़ में एक खंडहर में बिताई। दूसरे दिन उदयपुर पहुंच, अहमदाबाद होते हुए उनावा पहुंची, जहां खाना मिल जाता था तो वहीं रहने लगी। अब बरामद होने पर उन्हें बाल कल्याण समिति उदयपुर के समक्ष पेश कर दोनों की माताओं को पाबंद करते हुए परिजनों के सुपुर्द किया गया।
बताया गया कि दोनों 15 नवम्बर की शाम घर से निकली और रात कुराबड़ में एक खंडहर में बिताई। दूसरे दिन उदयपुर पहुंच, अहमदाबाद होते हुए उनावा पहुंची, जहां खाना मिल जाता था तो वहीं रहने लगी। अब बरामद होने पर उन्हें बाल कल्याण समिति उदयपुर के समक्ष पेश कर दोनों की माताओं को पाबंद करते हुए परिजनों के सुपुर्द किया गया।
चाइल्ड लाइन के समक्ष पेश
पुलिस और चाइल्ड लाइन टीम दोनों किशोरियों को उदयपुर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रीति जैन, सदस्य बीके गुप्ता के समक्ष पेश किया। दोनों की माताओं को पांबद करते हुए सौंपा गया। इससे पहले थानाधिकारी मिठूसिंह के निर्देशन में एएसआई गुलाबसिंह, कांस्टेबल सीतारात, महिला कांस्टेबल भगवती और चाइल्ड लाइन से नवनीत औदिच्य की टीम सोमवार सुबह अहमदाबाद पहुंची, जहां ऊंझा के उनावा स्थित मीरादाता स्थानक से दोनों किशोरियों को बरामद किया था।
पुलिस और चाइल्ड लाइन टीम दोनों किशोरियों को उदयपुर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रीति जैन, सदस्य बीके गुप्ता के समक्ष पेश किया। दोनों की माताओं को पांबद करते हुए सौंपा गया। इससे पहले थानाधिकारी मिठूसिंह के निर्देशन में एएसआई गुलाबसिंह, कांस्टेबल सीतारात, महिला कांस्टेबल भगवती और चाइल्ड लाइन से नवनीत औदिच्य की टीम सोमवार सुबह अहमदाबाद पहुंची, जहां ऊंझा के उनावा स्थित मीरादाता स्थानक से दोनों किशोरियों को बरामद किया था।
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दोनों किशोरियों के बरामद होने पर माताओं को पाबंद करते हुए सुपुर्द किया। चाइल्ड लाइन तीन माह तक नजर रखेगी और रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देगी।
नवनीत औदिच्य, जिला समन्वयक, चाइल्ड लाइन
दोनों किशोरियों के बरामद होने पर माताओं को पाबंद करते हुए सुपुर्द किया। चाइल्ड लाइन तीन माह तक नजर रखेगी और रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देगी।
नवनीत औदिच्य, जिला समन्वयक, चाइल्ड लाइन