निगम का कहना है कि ठेका कंपनी पांच साल तक इसे मेेंटेन करेगी। फ्लोटिंग सिस्टम के इन फव्वारों को झीलों में लगाने का काम शुरू हो चुका है। — पूर्व में 42 लाख खर्च कर लगाए गए थे तीन फव्वारे
निगम ने पूर्व में दूध तलाई, कुम्हारिया तालाब व रंगसागर में 42 लाख रुपए खर्च तीन फव्वारे उतारे थे। प्रति फव्वारे की कीमत करीब 14 लाख रुपए आई थी। इन फव्वारों में दूधतलाई का फव्वारा पानी में डूब गया था तथा उसकी केबल गायब हो गई थी। इसी तरह अम्बापोल पुलिया के पास रंगसागर में लगाए गए फव्वारे की मोटर जल गई तो कुम्हारिया तालाब में लगे फव्वारे से चोर केबल व उपकरण चुरा ले गए। ये फव्वारे कुछ समय बाद ही बंद हो गए। झील प्रेमी तेजशंकर पालीवाल की कई शिकायतों पर इन्हें ठीक किया तो यह कुछ समय चले, लेकिन वापस केबल चोरी व अन्य कारणों से बंद हो गए।
— पहले चरण में तीन तालाब में गिरेगा फव्वारा पहले चरण में निगम गोवर्धन सागर तालाब, उमरिया तालाब व रंगसागर में यह फ्लोटिंग फव्वारे लगाएगा। यह फव्वारे पानी को ऊंचाई तक फेंकने के बाद वापस पानी ऑक्सीजन के साथ झील में ही गिरेगा। जो देखने में आकर्षक लगेगा।
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