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पीसीसी से उदयपुर कांग्रेस को इंतजार नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष का नाम

locationउदयपुरPublished: Jul 12, 2020 11:57:01 am

Submitted by:

Mukesh Hingar

पिछले दिनों आए पर्यवेक्षकों ने एक-एक पार्षद से लिखाई थी पसंद

नगर निगम उदयपुर में कांग्रेस के पार्षद

नगर निगम उदयपुर में कांग्रेस के पार्षद

उदयपुर. नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष को लेकर अब राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी से परिणाम का इंतजार है। पीसीसी अब परिणाम घोषित कर नेता प्रतिपक्ष का नाम फाइनल करेंगे। पिछले दिनों उदयपुर में कांग्रेस में सर्वसम्मति नहीं बनी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के भेजे पर्यवेक्षकों ने भी सर्वसम्मति बनाने का प्रयास किया लेकिन तीनों दावेदार अड़े रहे। आखिर एक-एक पार्षद से एक कागज पर पसंद लिखाई गई। ये पर्चियां लिफाफे में बंद कर जिसे पर्यवेक्षक जयपुर पीसीसी को देंगे जहां से नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान किया जाएगा। पर्यवेक्षकों की रायशुमारी के दौरान बड़े नेताओं सहित दूसरे नेता भी पहुंचे। पिछले दिनों अशोकनगर स्थित विज्ञान समिति में पीसीसी से आए पर्यवेक्षक राजेश चौधरी (जयपुर) व शंकर यादव (डूंगरपुर) ने कांग्रेस के 20 ही पार्षदों से एक-एक कर मुलाकात की। बाद में सर्वसम्मति की बात कही लेकिन तीनों ही दावदेार लोकेश गौड़, हितांशी शर्मा तथा अरुण टांक ने दावेदारी रखी और वे पीछे नहीं हटे। इस बीच सभी पार्षदों को तीनों दावेदारों के बीच छोड़ दिया और सभी ने आपस में चर्चा की। बाद में पर्यवेक्षक आए और एक राय नहीं बनी तो सबकी पसंद लिखित में लेना तय किया। पर्यवेक्षक चौधरी ने एक-एक से अपना वार्ड नंबर, पार्षद का नाम और अपनी पसंद लिखने को कहा। इस बीच पार्षदों ने आपत्ति जताई कि सीधे पसंद का ही कॉलम रखा जाए वार्ड नंबर व पार्षद का नाम ठीक नहीं रहेगा। पर्यवेक्षकों ने कहा कि यहीं व्यवस्था रहेगी तब आदेश को मानकर पार्षद माने। बाद में एक-एक को अंदर बुलाकर उनकी पसंद लिखाई गई, इस बीच दावेदार गेट पर ही अपने समर्थन की बात पार्षदों के समक्ष कर रहे थे।

गिरिजा, गोपाल व लालसिंह भी आए
विज्ञान समिति पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. गिरिजा व्यास, शहर अध्यक्ष गोपाल शर्मा, देहात अध्यक्ष लालसिंह झाला व पीसीसी सचिव पंकज कुमार शर्मा भी आए थे। गिरिजा व झाला तो कुछ समय बाद चले गए। इससे पहले एक दिन पहले दावेदार अरुण टांक ने एक बयान में कहा कि पर्यवेक्षकों की इस प्रक्रिया में स्थानीय नेता नहीं आए तो प्रक्रिया प्रभावित नहीं होगी और पारदर्शिता बनी रहेगी।

सर्वसम्मति होती तो अच्छा संदेश जाता
कुछ पदाधिकारियों व पार्षदों ने कहा कि सर्वसम्मति होती तो कांग्रेस पार्टी का अच्छा संदेश जनता में जाता। वैसे भी नेता प्रतिपक्ष की प्रक्रिया लम्बे समय बाद हो रही है और उसमें भी इस तरह चुनाव यह अच्छा संदेश नहीं जाएगा।

परिणाम हाथों हाथ निकालते
पार्षदों ने इस बात को भी कहा कि परिणाम हाथों हाथ निकालना चाहिए था ताकि स्पष्ट हो जाता कि किसको पार्षद चाहते है।

जल्द करेंगे नाम की घोषणा
पर्यवेक्षक चौधरी व यादव ने बताया कि वे पीसीसी के निर्देशानुसार इस प्रक्रिया को पूरी की है और अब यहां की पसंद का पूरा लिफाफा पीसीसी अध्यक्ष को सौंप देंगे। चौधरी ने कहा कि एक सप्ताह में नेता प्रतिपक्ष का नाम घोषित कर दिया जाएगा। जब पर्यवेक्षक को दावेदारी को लेकर सवाल किया तो बोले कि किसी ने दावेदारी नहीं की, सबको अपनी पसंद पूछी है। इधर, दावेदार हितांशी शर्मा ने कहा कि पर्यवेक्षक के समक्ष हम जब तीन दावेदार थे तो रायशुमारी की और बाद में सबसे अपनी पसंद ले ली।
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