प्रन्यासों के अध्यक्षों व सदस्यों की भी नियुक्तियां नहीं
स्थानीय निकायों से भी बदतर हाल नगर विकास प्रन्यासों का है, जहां सत्ताधारी कांग्रेस ने प्रन्यासों के अध्यक्षों व सदस्यों की नियुक्तियां नहीं की हैं। पार्टी में ऊपरी स्तर पर खेमेबाजी व गुटबाजी के चलते प्रन्यासों का नम्बर ही नहीं आया है। जिस तरह कांग्रेस अपने मंत्रिमंडल से जूझ रही है तो प्रन्यासों का नम्बर तो तीसरे या चौथे साल के आते ही आएगा। प्रन्यासों में नियुक्तियां नहीं होने से विकास के कामों को गति नहीं मिल पा रही है और पार्टी के कार्यकर्ताओं का समायोजन नहीं हो पाया है।
स्थानीय निकायों से भी बदतर हाल नगर विकास प्रन्यासों का है, जहां सत्ताधारी कांग्रेस ने प्रन्यासों के अध्यक्षों व सदस्यों की नियुक्तियां नहीं की हैं। पार्टी में ऊपरी स्तर पर खेमेबाजी व गुटबाजी के चलते प्रन्यासों का नम्बर ही नहीं आया है। जिस तरह कांग्रेस अपने मंत्रिमंडल से जूझ रही है तो प्रन्यासों का नम्बर तो तीसरे या चौथे साल के आते ही आएगा। प्रन्यासों में नियुक्तियां नहीं होने से विकास के कामों को गति नहीं मिल पा रही है और पार्टी के कार्यकर्ताओं का समायोजन नहीं हो पाया है।
हर संभाग में खाली पड़े हैं पद संभाग नगर निगम/ बोर्ड में नेता जगह पर
परिषद व पालिका प्रतिपक्ष नहीं नेता प्रतिपक्ष हैं
अजमेर 31 11 भाजपा व 5 कांग्रेस 15
बीकानेर 30 9 भाजपा व 10 कांग्रेस 11
भरतपुर 17 1 भाजपा व 10 कांग्रेस 6
जयपुर 44 5 भाजपा व 23 कांग्रेस 16
जोधपुर 27 14 भाजपा व 7 कांग्रेस 6
उदयपुर 22 8 भाजपा व 3 कांग्रेस 11
कोटा 20 4 भाजपा व 10 कांग्रेस 6