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विषयों की दीवार तोडक़र जीवन कौशल शिक्षा देनी होगी- प्रो. ए के राजपूत

locationउदयपुरPublished: Sep 08, 2018 05:08:00 pm

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Krishna

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Workshop at udaipur

विषयों की दीवार तोडक़र जीवन कौशल शिक्षा देनी होगी- प्रो. ए के राजपूत

भुवनेश पंड्या/उदयपुर. मानव संसाधन विकास मंत्रालय की गाइड़ लाईन के अनुसार, एन सी ई आर टी नई दिल्ली तथा आर एस सी ई आर टी उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में परिषद् के निदेशक दिनेश कोठारी के निर्देशन में कक्षा 1 से 8 में अध्ययनरत विद्यार्थियों में लर्निंग आउटकम्स बेस्ड़ एक्टिविटी बुक बैंक निर्माण हेतु चार दिवसीय (7- 10 सितम्बर) प्रथम कार्यशाला का शुभारंभ एस एस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के सभागार में उपनिदेशक सुभाष शर्मा की अध्यक्षता, एन सी ई आर टी नई दिल्ली के एलीमेन्ट्री एज्यूकेशन के हेड, प्रोफेसर अनूप राजपूत के मुख्य आतिथ्य तथा सोश्यल साइंस हेड, प्रो. श्रीनिवासन एवं सीनीयर कन्सल्टेंट डॉ गुंजन खुराना के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया।अतिथियों व संभागियों का स्वागत अभिनन्दन उपनिदेशक हरिकृष्ण आचार्य ने तथा स्वागत उद्बबोधन एवं आभार प्रकट ,उपनिदेशक मधुसूदन व्यास ने कियावरिष्ठ व्याख्याता एवं प्रभारी अधिकारी डॉ अमृता दाधीच ने कार्यक्रम का संयोजन करते हए गुणवत्तायुक्त शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान राज्य द्वारा किए जा रहे प्रयासों का प्रस्तुतिकरण देते हुए आगामी योजना की जानकारी दी।मुख्य अतिथि प्रो. अनूप राजपूत ने अपने उद्बबोधन में कहा कि हमें विषयों की दीवार तोडक़र, जीवन कौशल शिक्षा देना होगा। वो समय शीघ्र ही आने वाला है जब जीवन कौशल आधारित शिक्षा ही भावी पीढी के लिए कारगर होगी। क्योंकि आज राष्ट्र को डिग्रीधारी के साथ – साथ स्किल्ड पर्सन की जरूरत है उन्होने यह भी बताया कि सन 2023 में होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत शीघ्र ही भाग लेगा।
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आज भले ही राजस्थान राज्य शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है, परन्तु शत -प्रतिशत उपलब्धि हेतु और अधिक प्रयास करने होंगे।प्रो. श्रीनिवासन तथा डॉ गुंजन खुराना ने भी लर्निंग आउटकम्स विषयक वार्ताएं प्रस्तुत की।
इस कार्यशाला के सफल संचालन के लिए परिषद् निदेशक ने तीनो उपनिदेशक सुभाष शर्मा, मधुसूदन व्यास, हरिकृष्ण आचार्य, वरिष्ठ व्याख्याता डॉ अमृता दाधीच, मनोविज्ञान विशेषज्ञ विजय सारस्वत, व्याख्याता रमेश आमेटा, दयाशकंर , दुर्गाशंकर जोशी, युनीसेफ कन्सल्टेंट चन्द्रशेखर दुबे, सपना हृष्ट, बोध शिक्षा समिति के मनोज कुमार, पीरामल फाउंडेशन से श्वेता त्रिपाठी को लगाया गया है
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