आयोग सदस्य डॉ. पंड्या, बाल सुरक्षा नेटवर्क की टीम ने मौके पर तत्परता दिखाकर बच्चों को गुजरात ले जाने से रोक दिया। आयोग सदस्य डॉ. पंड्या ने बसों में गहनता से जांच की, जिसमें 7 बच्चे मिले, जिन्हें गुजरात ले जाया जा रहा था। डॉ. पंड्या ने मौके पर सुखेर थाना पुलिस और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। पुलिस और अधिकारियों को सूचित किया। बस से उतारे बच्चे पुलिस के सुपूर्द किए गए। डॉ. पंड्या ने बच्चों को बड़ी स्थित बाल गृह भेजेने के निर्देश सीडब्यलसी सदस्य धु्रव को दिए। इस दौरान गोगुन्दा एसडीएम नीलम लखारा से भी संपर्क किया गया ताकि गोगुन्दा से ही बच्चों को रोका जा सके। अगले सात दिन तक अभियान चलाकर जांच के लिए कहा गया। इस दौरान सुखेर थाना पुलिस और आजीविका ब्यूरो से प्रतिभा राजोरा, संतोष पूनिया, महेंद्रसिंह, राजेंद्रसिंह मौजूद थे।