उन्होंने बताया कि वे बचपन से इस मंदिर में आ रहे हैं। शिवरात्रि के साथ ही अन्य मौके पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। हेमेंद्र कुमार सेन ने बताया कि वे 1983 से प्रतिदिन मंदिर में दर्शन करते आते हैं। यहां प्रभु की विशेष कृपा बरसती है। श्रद्धालु सोहनलाल चेचाणी ने बताया कि मंदिर में प्रतिदिन प्रभु को सुबह-शाम भोग धराया जाता है।
प्रत्येक प्रहर में रुद्राभिषेक पुजारी पारीक ने बताया कि मंदिर में सुबह 6 से 10 और शाम को 3.30 से 7.30 बजे तक दर्शन होते हैं। शिवरात्रि पर चारों प्रहर की विशेष पूजा होगी। इस दिन सुबह से मंदिर में दर्शन खुले रहेंगे जो अगले दिन तक लगातार खुले रहेंगे। प्रत्येक प्रहर में प्रभु का रुद्राभिषेक होगा।
ये भी पढ़ें- उदयपुर. महाशिवरात्रि 13 फरवरी को श्रद्धा से मनाई जाएगी। शहर के मंदिरों में विशेष तैयारियां की जा रही है। अधिकांश मंदिरों में चारों प्रहर में पूजा और अनुष्ठान होंगे। पंडित जगदीश दिवाकर ने बताया कि शिवरात्रि पर शाम 6.25 से 9.37 तक प्रथम पहर, रात्रि 9.37 से 12.49 तक द्वितीय पहर, रात्रि 12.50 से रात्रि 4.01 तक तृतीय पहर व रात्रि 4.01 से दूसरे दिन सुबह 7.13 मिनट तक अंतिम पहर की पूजा होगी। पानेरियों की मादड़ी मार्ग स्थित ईश्वर प्रेम आश्रम में सन्त भक्ति प्रिया के सानिन्ध्य में रविवार से तीन दिवसीय आयोजन होंगे।
साध्वी विश्वभारती ने बताया कि रविवार शाम 4 से 7 बजे तक कथावाचक जगदीश चौबीसा सुन्दरकाण्ड पाठ करेंगे। सोमवार को शाम 6 बजे से 8 बजे तक माता की चौकी संत भक्तिप्रिया की ओर से कार्यक्रम होंगे। इसी प्रकार गणगौर घाट स्थित धनेश्वर महादेव मंदिर में श्रीमाल समाज की ओर मंगलवार सुबह 10 बजे से भजन-कीर्तन एवं अभिषेक होगा। अशोक नगर स्थित हनुमान मंदिर में श्री हनुमान मंदिर विकास समिति की ओर से मंगलवार को विशेष पूजा-अनुष्ठान होंगे।
51 शिव मंदिरों में किया अभिषेक: महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर सोमवार को शिव दल मेवाड़ की ओर से निकाली जाने वाली शिव यात्रा एवं धर्मसभा के निमित्त शहर में चल रहे साप्ताहिक आयोजनों की कड़ी में शनिवार को कार्यकर्ताओ ने शहर के 51 शिव मंदिरों में अभिषेक किया।
शिव दल प्रमुख मनीष मेहता ने बताया कि रानी रोड स्थित महाकालेश्वर, फतहसागर स्थित नीलकंठ महादेव, कोर्ट चौराहा स्थित हजारेश्वर महादेव सहित अन्य मंदिरों में अभिषेक किया गया।