महाशिवरात्रि 11 मार्च को, रात्रि में चार बार होगा पूजन
- शहर के शिव मंदिरों में होने लगी तैयारियां, महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही

उदयपुर. फाल्गुन महीने की कृष्ण चतुर्दशी पर 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। शिवरात्रि पर इस बार घनिष्ठा नक्षत्र होगा और चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेंगे। शिवरात्रि को लेकर शहर के शिव मंदिरों में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। शहर के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। साथ ही कोविड 19 गाइडलाइंस की भी पूरी पालना की जाएगी।
रात्रि में चार बार शिव पूजन की परंपरा
पंडित गौरव शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर रात्रि में चार बार शिव पूजन की परंपरा है। इस चतुर्दशी को शिवपूजा करने का विशेष महत्व और विधान है। शिवपुराण के अनुसार शिवभक्त इस दिन व्रत रखकर अपने आराध्य का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस दिन शिवलिंग का बेलपत्र, आक, धतुरा, फूल, चावल आदि से शृंगार किया जाता है। इस दिन शिवपुराण और महामृत्युंजय मंत्र करना चाहिए। ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं। इसके साथ रात्रि में भी शिव जी की आरती और पूजा करनी चाहिए।
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