इनके जरिए राजस्व बढ़ाने पर रहेगा फोकस विश्वविद्यालय अपने 12 कृषि फार्म पर बीज सर्टिफाइड कर बेचेगा, सरकार के दूसरे विभागों और सीएसआर के तहत ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित होंगे, जिससे आय बढ़ेगी। स्किल डवलपमेंट के तहत रूरल यूथ को ट्रेनिंग देकर कमाई करेंगे। सबसे अहम मुर्गा और मछली उत्पादन को बढ़ाकर राजस्व अर्जित करने का टारगेट तय करेंगे। मशरीनरी जांच के लिए निर्माताओं को टेस्टिंग सर्टिफिकेट जारी करने में भी आय ढाई करोड़ से ज्यादा करेंगे। इसके साथ तकनीकी हस्तांतरण, क्षमता वर्धन, विशिष्ट उत्पादों की मार्केटिंग, ईको टूरिज्म, पेटेन्ट, बाह्य निधि से वित्त पोषित अनुसंधान परियोजनाओं के निर्माण शामिल है।