मनरेगा में 17 श्रमिक तो निजी खातेदारी की जमीन पर काम कर रहे
180 में से 117 श्रमिक ही मौके पर मिले

उदयपुर. ग्राम पंचायत पई में मनरेगा के कार्य स्थल पर 180 में से 111 श्रमिक ही कार्य स्थल पर थे और उसमें से भी 17 श्रमिक तो निजी खातेदारी जमीन पर काम कर रहे थे।
यह तस्वीर सामने आई उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा के आकस्मिक दौरें के दौरान। मीणा ने बाद में जिला कलक्टर को पत्र लिखकर पूरी स्थिति बताई। मीणा ने बताया कि मौके पर मेट ने हाजरी तक नहीं भरी और जब श्रमिकों से पूछा तो वेे बोले कि हाजरी दो बजे ली जाती है जबकि सुबह भी भरने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि मौके पर 4 की जगह 3 मेट ही थे। मीणा ने कलक्टर को बताया कि अफसर मेट को प्रशिक्षण प्राप्त बता रहे थे लेकिन ऐसा नहीं था। मीणा ने आरोप लगाया कि वहां बातचीत में सामने आया कि मनरेगा के प्रतिदिन 220 रुपए श्रमिकों को भुगतान करने की बजाय 143 रुपए दिए जा रहे है।
शहीदों को किया नमन
कारगिल दिवस पर रविवार को जनार्दराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो.एस.एस. सारंगदेवोत ने शहीदों को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आम जन से आव्हान किया कि सेना व उनके परिवारजनों को पुरा सम्मान दे, आज उन्ही की बदौलत हम अपने परिवार के साथ घरों में सुरक्षित है। उस परिवारजनो को सलाम करना चाहिए जिसने बडे ही लाड प्यार के साथ अपने बच्चे को बडा किया और जब बडा हुआ तो देश की सेवा के लिए कुर्बान कर दिया। उन्होने कहा कि हमारी युवा पीढी को अतीत के बारे मे बताये और उन्हे भी देश सेवा के लिए प्रेरित करें। 1999 में कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिको ने शैर्य और वीरता का परिचय देते हुए पाकिस्तान को धुल चटा दी थी। यह युद्ध 18 फीट की उंचाई पर लडा गया था । कारगिल युद्ध 60 दिनो तक चला और अंतत पाकिस्तान को मुंह की खानी पडी।
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