READ MORE : VIDEO : मकर सक्रांति के दिन होगा प्रयागराज कुंभ का पहला शाही स्नान, इसलिए है यह खास संक्रांति पर स्नान के बाद काले कम्बल, ऊनी वस्त्र, जूते, भूमि, स्वर्ण, अन्न का दान कर सकते हैं। इस बार मकर संक्रांति का वाहन सिंह और उप वाहन हाथी होगा। शर्मा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार इस दिन तिल का उबटन लगा कर पवित्र नदियों एवं जलाशयों में स्नान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। भीष्म पितामह ने मकर संक्रांति के दिन ही अपनी देह का त्याग किया था।