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मेवाड़ का दख़ल दिल्ली दरबार तक

locationउदयपुरPublished: Mar 27, 2019 06:07:52 am

– अब तक मेवाड़ का प्रतिनिधित्व रहा है केन्द्र सरकार में

- अब तक मेवाड़ का प्रतिनिधित्व रहा है केन्द्र सरकार में

– अब तक मेवाड़ का प्रतिनिधित्व रहा है केन्द्र सरकार में

भुवनेश पण्ड्या
उदयपुर. मेवाड़ ने मुगलकाल से लेकर अब तक दिल्ली यानी केन्द्र की सत्ता के गलियारों तक अपनी गहरी छाप छोड़ी है। यहां का दख़ल दिल्ली की गद्दी तक हमेशा से रहा है। हालांकि कई कद्दावर नेताओं ने प्रदेश की राजनीति का दामन नहीं छोड़ा, तो कुछ नेता देश और प्रदेश में अपनी धमक जमा पाए। अपेक्षाकृत इनकी संख्या उतनी नहीं थी फिर भी जिन पदों पर यहाँ के राजनेता रहे इसे कमतर नहीं आँका जा सकता।
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– जसवन्तसिंह: जसवंत सिंह का जन्म जनवरी 1938 को ठाकुर सरदार सिंह और कुंवर बिसवास के घर राजस्थान के बाड़मेर में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा और प्रशिक्षण मेयो कोलेज अजमेर और इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून से लिया। उन्होंने १९९६ में चित्तौडग़ढ़ से सांसद का चुनाव लड़ा, इसके बाद वे वाजपेयी सरकार 16 मई 1996 से 1 जून 1996 में वित्त मंत्री रहे। बाद में वे वाजपेयी सरकार में विदेशी मंत्री थे और एक बार फिर वित्त मंत्री बने। तहलका खुलासे के बाद उन्हें एनडीए सरकार में रक्षा मंत्री बनाया गया।
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– डॉ सीपी जोशी: डॉ सी जोशी, जन्म 29 जुलाई 1950 को हुआ। जोशी राजस्थान विधानसभा के वर्तमान अध्यक्ष हैं। वे 15 वीं लोकसभा में भीलवाड़ा से सांसद बने, इसके बाद उन्हें सडक़ परिवहन और राजमार्ग व बाद में रेलवे मंत्री का पद दिया गया।
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– डॉ गिरिजा व्यास: डॉ गिरिजा व्यास ने नरसि हा राव सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-2 सरकार में केंद्रीय कैबिनेट में शहरी आवास एवं गऱीबी उन्मूलन मंत्रालय की जि मेदारी सं ााली। व्यास राष्ट्रीय महिला आयोग की दो बार अध्यक्ष रही।
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– भीख़ाभाई: डूंगरपुर की सागवाड़ा सीट से १९८६ से १९८९ तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग अध्यक्ष रहे। इस श िसयत का जन्म 28 अप्रेल 1916 को डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा क्षेत्र के बुचिया बड़ा गांव मेें सामान्य जनजाति परिवार में हुआ। देश के महान राजनेताओं के मन में भी भीखा भाई के प्रति अगाध आस्था का ज्वार लहराता रहा। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी उन्हें भीष्म पितामह तथा पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहाराव उन्हें जनजाति वर्ग के पितामह के रूप में संबोधित करते थे।
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– भेरूलाल मीणा: १ जनवरी १९३४ को जन्मे मीणा सलू बर संसदीय सीट से कई बार सांसद रहे। उदयपुर जिले के टीडी में जन्में मीणा की पूरी राजनीति सलूम्बर संसदीय क्षेत्र से जुड़ी रही। राष्ट्रीय अजा-जजा आयोग के सदस्य रहे।

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